संदीप कुमार मिश्र: बिहार चुनाव के बाद भाईयों राजनीति में अचानक कुछ हो गया लगता है,खासकर राहुल
बाबा यानि उनकी पार्टी कांग्रेस में।अब भाई 27 सीट जितना मजाक है क्या..? बताई ना..मजाक थोड़े ही
है।तभी तो राहुल गांधी अब इतना दहाड़ रहे हैं...गरज रहे हैं...जितना चुनाव के
दौरान नहीं गरजे...।अब गरजने शानदार,जानदार डायलाग भी सुन लिजिए-
डायलाग नं-1
टेक 1- 56 ईंच की छाती निकालो, जांच करो, मैं डरने वाला नहीं हूं
राहुल उवाच-मोदी जी आप के पास एजेंसियां है। आप मेरे खिलाफ इन्वेस्टिगेशन करिए, कुछ मिले
तो 6 महीने के भीतर मुझे गिरफ्तार करो।
डायलाग नं-2
टेक 2- चमचों से कचरा फिकवाना बंद करो,
राहुल उवाच-राहुल गांधी ने कहा कि, 'मोदी जी आपकी सरकार
है। ये जो आप मेरे ऊपर मेरे परिवार के ऊपर पर कचरा फेंकते हो ये ठीक नहीं है।' राहुल बाबा ने कहा कि, 'मैं मोदी जी से जरा-सा
भी नहीं डरता, वो आरोप लगाकर मुझे रोकना चाहते हैं, लेकिन मैं किसानों के लिए लड़ूंगा, गरीबों के लिए
लडूंगा और हिंदुस्तान के लिए लड़ता रहूंगा।"
डायलाग नं-3
टेक 3- आरएसएस एक बात सुन लो।
राहुल उवाच-राहुल गांधी ने आरएसएस की तुलना बैन किए जा चुके मुस्लिम संगठन सिमी से की।आपको
बता दें कि बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कुछ दिनों पहले दावा किया था कि
राहुल गांधी के पास ब्रिटिश पासपोर्ट है।
डायलाग नं-3
'गिनती से नहीं सोच से फर्क पड़ता
है'
राहुल उवाच-'मोदी जी और उनके तमाम नेता कहते
हैं कि कांग्रेस के मात्र 44 सांसद हैं। सांसदों की गिनती से नहीं, फर्क पड़ता है सोच से।' उन्होंने कहा कि हमारी
सोच गरीबी, किसानों और मजदूरों के
हक की लड़ाई लड़ने की है।
अब जिस प्रकार से राहुल गांधी लगातार एक
के बाद एक धमाकेदार बल्ला भांज रहे कि केंद्र सरकार को लगता है डरा ही देंगे।आपको
क्या लगता है...?काहें कि राहुल बाबा अब दहाड़ने लगे है।भाईयों भुले नहीं होगें आप तो जरा उन
दिनो को भी याद कर लिजिएगा कि राहुल बाबा पर एक के बाद एक लगातार कई आरोप लगे
थे,लेकिन तब वो साइलेंट मूड में थे ।लेकिन इस बार तो अईसा दहाड़ रहे हैं जैसे सुब्रह्मण्यम
स्वामी ने कोई कमज़ोर नस पकड़ ली है क्या,या फिर गलत नस दबा दी है।
दरअसल बीते 16 नवंबर को सुब्रह्मण्यम स्वामी ने
आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने ब्रिटेन में एक कंपनी बैकऑप्स लिमिटेड शुरू करने के
लिए जो दस्तावेज़ जमा किये उसमें खुद को वो ब्रिटिश नागरिक दिखाते हैं। स्वामी ने
कहा कि उन्होंने 12 नवंबर को प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर मांग की है कि राहुल गांधी की
भारतीय नागरिकता रद्द की जाए। स्वामी ने कहा कि वे लोकसभा स्पीकर से मांग करेंगे
कि इसकी जांच कराने के लिए कमेटी बनाएं और सही पाये जाने पर उनकी सदस्यता रद्द
करें। राहुल के इस कंपनी में 65 प्रतिशत शेयर हैं। स्वामी ने कहा कि
राहुल ने ब्रिटेन का पता दिया है। 2003 और 2006 के रिटर्न में भी ब्रिटिश नागरिक लिखा हुआ है। इसलिए दो बार गलती नहीं हो
सकती। वहीं इस पूरे मामले पर कांग्रेस का कहना था था कि डॉक्यूमेंट को अपलोड करते
समय गलती से ब्रिटिश नागरिकता टाइप हो गया है जिसे ठीक किया जा सकता है और राहुल
गांधी की नागरिकता भारतीय ही है।
भाईयों अब सुब्रह्मण्यम स्वामी साब को
कौन कहे ना जाने वो क्यों गांधी परिवार के पीछे पड़े हैं।स्वामी जी ने अहमदाबाद
में तो यहां तक कह दिया कि हो सकता है कि राहुल के पास तुर्की की नागरिकता भी हो, मैं तो उनकी तुर्की और दूसरे देशों की नागरिकता के बारे में भी जांच करूंगा।एक
कदम और आगे बढ़ते हुए स्वामी जी ने यहां तक कहा कि मां बेटे के पास ढाई लाख करोड़
की संपत्ति है। जो भारत को आयकर से मिलने वाले राजस्व से भी ज्यादा है। और नेशनल
हेराल्ड मामला तो आपको याद ही होगा जिसमे स्वामी जी की ही शिकायत पर ईडी ने
प्राथमिकी दर्ज की है।
अब बाई राहुल गांधी अगर आक्रामक हो गए हैं तो क्या गलत
है,उनपर और उनके परिवार पर कोई इतने आरोप लगाएगा तो वो चुप थोड़े जो बैठेंगे।क्या
जी सही कह रहे ना...? भई देश की सबसे पुरानी सियासी पार्टी,गांदी परिवार का बड़ा
नाम अईसे ही तोड़े माटी में मिलने देंगे।अब तो बिहार से जीत का सिलसिला भी शुरु हो
गया है,अब काहें का डर...।सही पकड़े हैं ना....?
अंतत: दोस्तों लोकतंत्र में बहस,आरोप-प्रत्यारोप जरुर होने चाहिए लेकिन उसका स्वरुप स्वस्थ और जनहीत में होना चाहिए ना कि व्यक्तिगत...।
No comments:
Post a Comment