Thursday 29 December 2016

‘ऊं नम: शिवाय’ मंत्र का करें जाप:आप पर होगी महादेव की कृपा

संदीप कुमार मिश्र- शिव ही सत्य हैं...शिव ही सुंदर हैं...भगवान शिव की पूजा आराधना कलियुग में विशेष फलदायी है...शिव आदिदेव हैं...महादेव हैं..आशुतोष हैं...भोलेभंडारी हैं...।भगवान शिव के मंत्र ऊं नम: शिवायकी महिमा का वर्णन पुराणों में भी किया है...इस मंत्र की महिमा बताई गई है।
कहा जाता है कि प्राचीन काल में हमारे ऋषियों-मुनियों ने ऊं नम: शिवाय मंत्र को मोक्षदायी, शिवस्वरूप और स्वयं शिव की आज्ञा से सिद्ध माना है...। शिव महापुराण में ऊं नम: शिवाय मंत्र की महत्ता का वर्णन किया गया है। ऊं नम: शिवायमंत्र विभिन्न प्रकार की सिद्धियों से युक्त है। आदिदेव महादेव के साधकों के मन को प्रसन्न एवं निर्मल करने वाला मंत्र है ऊं नम: शिवाय...। इसका जप करने से मनुष्य की सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं...।
किसी भी गृहस्थ को सुख शांति प्राप्ति के लिए शिवलिंग की पूजा अवश्य करनी चाहिए और भगवान शिव के षड्क्षर मंत्र ऊं नम: शिवायका जप करना चाहिए।
वहीं धन धान्य की चाह  रखने वाले साधक को भगवान शिव के शिवलिंग पर बिल्व पत्र और बिल्व फल अर्पित करके पूजा करनी चाहिए।जब भी भक्त शिव जी पर बिल्व पत्र,फल अर्पित करें तो ऊं नम: शिवायमंत्र का जप करते रहें...।।
हमारे धर्म शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि ऊं नम: शिवाय मंत्र सर्वशक्तिमान और ऊर्जा से परिपूर्ण है...जिसका पाठ और ध्यान करने से प्राणी के समस्त दुखों का नाश होता है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।क्योंकि शिव का अर्थ ही है कल्याणकारी। लिंग का अर्थ है सृजन। सृजनहार के रूप में उत्पादक शक्ति के चिन्ह के रूप में लिंग की पूजा की जाती है।भगवान भोलेनाथ आप सभी का कल्याण करें।ऊं नम: शिवाय।।

धन-समृद्धि से भर जाएगा आपका घर, करें महामृत्युंज्य मंत्र जाप

संदीप कुमार मिश्र- शिव की साधना जीवन में शांति प्रदान करने वाली है। शिव के साधक को न तो मृत्यु का भय रहता है, न रोग का, न शोक का।शिव तत्व उनके मन को भक्ति और शक्ति का सामर्थ देता है।शिव तत्व का ध्यान महामृत्युंजय के रूप में किया जाता है।इस मंत्र के जप से साधक को शिव की कृपा प्राप्त होती है।

ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
 भविष्य पुराण यह बताया गया है कि महामृत्युंजय मंत्र का रोज़ जाप करने वाले साधक को अच्छा स्वास्थ्य, धन, समृद्धि और लम्बी आयु प्राप्त होती है।
महामृत्युंजय मंत्र का महत्व
ॐ त्र्यंबकम् मंत्र के 33 अक्षर हैंजो महर्षि वशिष्ठ के अनुसार 33 देवताओं के घोतक हैं।उन तैंतीस देवताओं में 8 वसु, 11 रुद्र और 12 आदित्यठ, 1 प्रजापति तथा 1 षटकार हैं..।इन तैंतीस देवताओं की सम्पूर्ण शक्तियाँ महामृत्युंजय मंत्र से निहीत होती है...।जिससे महा महामृत्युंजय का पाठ करने वाला प्राणी दीर्घायु तो प्राप्त करता ही हैं...साथ ही वह नीरोग, ऐश्वर्ययुक्ता धनवान भी होता है...महामृत्युंजय का पाठ करने वाला प्राणी हर दृष्टि से सुखी एवम समृध्दिशाली होता है...। भगवान शिव की अमृतमययी कृपा उस साधक पर निरन्तंर बरसती रहती है जो महादेव के जीवन संजीवनी महामृत्युंजय मंत्र का जाप करता है...।
महामृत्युंजय मंत्र के जप से मनुष्य को आरोग्यवर्धक शक्तियां प्राप्त होती हैं...इसके जप से साधक को मृत्यु का भय नहीं रहता और मोक्ष का मार्ग प्रशस्त होता है साथ ही किसी भी रोग या बीमारी से ग्रसित व्यक्ति इस मंत्र के नित्य जाप से स्वस्थ होना शुरु हो जाता है। यदि साधक के कुंडली में किसी भी तरह से मृत्यु दोष या मारकेश है तो कहा जाता है कि महामृत्युंजय मंत्र के जाप से वो दूर हो जाता है।वहीं  इस मंत्र का जप करने से किसी भी तरह की महामारी से बचा जा सकता है,पारिवारिक कलह, संपत्ति विवाद से बचाता है महामृत्युंजय का अचूक मंत्र ।

मंत्र का अर्थ त्रयंबकम = त्रि-नेत्रों वाला (कर्मकारक) यजामहे = हम पूजते हैं, सम्मान करते हैं, हमारे श्रद्देय सुगंधिम= मीठी महक वाला, सुगंधित (कर्मकारक) पुष्टि = एक सुपोषित स्थिति,फलने-फूलने वाली, समृद्ध जीवन की परिपूर्णता वर्धनम = वह जो पोषण करता है, शक्ति देता है, (स्वास्थ्य, धन, सुख में)
वृद्धिकारक; जो हर्षित करता है, आनन्दित करता है, और स्वास्थ्य प्रदान करता है, एक अच्छा माली उर्वारुकम= ककड़ी (कर्मकारक) इव= जैसे, इस तरह बंधना= तना (लौकी का); ("तने से" पंचम विभक्ति - वास्तव में समाप्ति -द से अधिक लंबी है जो संधि के माध्यम से न/अनुस्वार में परिवर्तित होती है) मृत्युर = मृत्यु से मुक्षिया = हमें स्वतंत्र करें, मुक्ति दें मा= न अमृतात= अमरता

शास्त्रों के अनुसार इस मंत्र का जप करने के लिए सुबह 2 से 4 बजे का समय सबसे उत्तम माना गया है, लेकिन अगर आप इस वक़्त जप नहीं कर पाते हैं तो सुबह उठ कर स्नान कर साफ़ कपडे पहने फिर कम से कम पांच बार रुद्राक्ष की माला से इस मंत्र का जप करें। मंत्र का जाप कैसे करें जप के समय पूरे ध्यान से साथ इस मंत्र का उच्चारण करें। ध्यान रहे इस मंत्र का जप करते वक़्त किसी भी अन्य बात को अपने दिमाग ना आने दें।

तिलक लगाने का क्या है महत्व...?

संदीप कुमार मिश्र- हिन्दू धर्म में तिलक करने का विशेष महत्व है...संत परंपरा की बात करें तो इससे संतो महात्माओं के संप्रदाय के बारे में पता चलता है...तिलक लगाने से वैष्णव की पहचान होती है तिलक से ही संतों के संप्रदाय की पहचान होती है।वहीं तिलक केवल धार्मिक मान्यता नहीं है...बल्कि कई वैज्ञानिक कारण भी हैं इसके पीछे...तिलक केवल एक तरह से नहीं लगाया जाता...हिंदू धर्म में जितने संतों के मत हैं... जितने पंथ है, संप्रदाय हैं...उन सबके अपने अलग-अलग तिलक होते हैं...।
हमारे शरीर में सात सूक्ष्म ऊर्जा के केंद्र होते हैं... जो अपार शक्ति के भंडार हैं...इन्हें चक्र कहा जाता है...माथे के बीच में जहां तिलक लगाते हैं...वहां आज्ञाचक्र होता है...यह चक्र हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण स्थान है...जहां शरीर की प्रमुख तीन नाडि़यां इड़ा, पिंगला व सुषुम्ना आकर मिलती हैं... इसलिए इसे त्रिवेणी या संगम भी कहा जाता है...यह गुरु स्थान कहलाता है...यहीं से पूरे शरीर का संचालन होता है...यही हमारी चेतना का मुख्य स्थान भी है...इसी को मन का घर भी कहा जाता है...।

तिलक लगाने में सहायक हाथ की अलग-अलग अंगुलियों का भी अपना महत्व है।

अनामिका शांति दोक्ता,मध्यमायुष्यकरी भवेत्। अंगुष्छठ:पुष्टिव:प्रोत्त,तर्जनी मोक्ष दायिनी।।
कहने का अर्थ है कि तिलक धारण करने में अनामिका अंगुली मानसिक शांति प्रदान करती है... मध्यमा अंगुली मनुष्य की आयु वृद्धि करती है...अंगूठा प्रभाव, ख्याति और आरोग्य प्रदान करता है... इसलिए विजयतिलकअंगूठे से ही करने की परम्परा है...तर्जनी मोक्ष देने वाली अंगुली है...इसलिए मृतक को तर्जनी से तिलक लगाते हैं...।
इस प्रकार से तिलक का विशेष महत्व हमारे हिन्दू धर्म में बताया गया है...जिसके सकारात्मकता और सार्थकता की पुष्टी विज्ञान भी करता है।।

Thursday 22 December 2016

क्या 2017 में यूपी में हो पाएगा ‘माया राज’...?

संदीप कुमार मिश्र: सभी सियासी दलों की अपनी गणित अपने दावे।किसी भी पार्टी का दावा जीत से कम नहीं। दावे पूर्ण बहुमत से प्रदेश में सरकार बनाने के,दावे यूपी का विकास करने के।सत्तारुढ़ समाजवादी पार्टी के अपने दावे तो वहीं कमल का फूल खिलाना बीजेपी का सपना, साथ ही हाथी पर सवार सुश्री मायावती दौड़ने और सभी सियासी पार्टीयों को यूपी से दौड़ाकर भगाने को आतुर।कांग्रेस के बारे में आप खुद ही निर्धारित करें।क्योंकि मेरा मुल्यांकन कांग्रेस को लेकर कमजोर पड़ सकता है।
दरअसल जो सबसे पुख्ता दावा आम जनता को नजर आ रहा था वो है बीजेपी और बीएसपी का।फिलहात बीएसी के दावों की हकीकत जानने के लिए उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हजारों लोगों से जानने के बाद जो निष्कर्ष निकला वो कुछ इस प्रकार से है- 


आपको याद होगा कि साल 2007 में ब्राह्मणों, मुसलमानों और दलितों का फैविकोल का मजबूत गठजोड़ बनाकर बसपा सुप्रीमो मायावती ने इतिहास रचा था, और यूपी की सत्ता पर काबिज हुई थीं।आपको थोड़ा अतित में लेकर चलें तो इसी प्रकार के गठजोड़ का नतीजा था कि आजादी के बाद से चार दशक तक कांग्रेस यूपी की सत्ता पर काबिज रही।लेकिन साल 1992 में अयोध्या में हुए बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचे के विध्वंस के बाद कांग्रेस ने फिर कभी पलटकर यूपी की सत्ता हासिल नहीं कर पाई।
वहीं बसपा ने यूपी में तकरीबन 14 साल के सत्ता के गठबंधन का वनवास तोड़ते हुए साल 2007 में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने में सफल रही।जिसका परिणाम निकला कि मायावती की पहचान राष्ट्रीय स्तर पर होने लगी।मायावती का कद देश की सियासत में बढ़ गया।लेकिन उसे कायम रखने में मायावती सफल ना हो पाई और शनै: शनै: उनका ग्राफ गिरता गया।यहां पर ये जानना भी जरुरी है कि सत्तामद में मायावती ये भूल गई थी कि जिस दलित वोट को वो अपनी जागीर समझती हैं वो दूसरी तरफ भी जा सकता है।
हुआ भी कुछ ऐसा ही! 2007 पूर्ण बहुमत की सरकार होने के बाद भी 2012 में हुए चुनाव में प्रदेश की जनता ने सत्ता से बसपा को उखाड़ फेका और सपा को सत्ता की चाभी सौंप दी।जिसको 2014 के आम चुनाव में मोदी लहर ने इस प्रकार से उखाड़ फेका कि बसपा का एक भी सांसद लोकतंत्र के मंदिर संसद का दर्शन तक नहीं कर पाया।ऐसी हार की उम्मीद ना तो सपने में भी मायावती ने किया था और ना ही ऐसी जीत की उम्मीद बीजेपी को थी। खैर देश ने 2014 में इतिहास बनते और बिगड़ते देखा...।
अब एक बार फिर 2017 में देश के सबसे बड़े सूबे उत्तर प्रदेश में चुनाव होने हैं।सभी सियासी दल चुनावी अखाड़े में दो-दो हाथ करने को तैयार है।मायावती के संबंध में अधिकांश लोगों का कहना है कि महिलाओं में उनकी छवी एक सशक्त महिला की है, जबकि कुछ लोगों का कहना है कि माया राज में कानून व्यवस्था अच्छी रहती है।लेकिन इन विचारों के उलट ऐसे भी लोग हैं जिनका कहना है कि माया राज में अन्य जाति के लोगों पर अत्याचार होता है।कुछ लोगों का ये भी कहना कि मायावती जब सत्ता में आएंगी तो अपनी मुर्तियां बनवाने,अफसरों के तबादले के अलावा उनके पास कोई दूसरा काम नहीं है।
ऐसे में जब हमने जानने कि कोशिश की बसपा समर्थक से तो समर्थकों का भी कहना था कि मोदी के विकास के नारे ने बहन जी का रास्ता थोड़ा मुश्किल जरुर कर दिया है और 2014 की हार से तो बहुत बड़ा नुकसान हुआ ।नहीं तो यूपी की सत्ता पर हाथी ही विराजमान होता ।
मायावती को सत्ता तक ना पहुंचने देने की राह में एक सबसे बड़ा रोड़ा सीएम अखिलेश यादव भी हैं, जिनकी छवी उनके कुनबे से अलग हटकर साफ और बेदाग है।जैसे-जैसे यूपी का संग्राम छिड़ने का वक्त नजदीक आ रहा है,वैसे-वैसे अखिलेश की छवी और..और..बेहतर होती जा रही है। वहीं बीजेपी का दलित प्रेम लगातार बढ़ता जा रहा है,जिसकी वजह से भी हाथी की चाल प्रदेश में धीमी पड़ती जा रही है।
नोटबंदी देश में इस समय सबसे ज्वलंत मुद्दा है,जिसकी जद् मे हर आम-ओ-खास है।आम आदमी परेशान है, लेकिन खुल कर कोई भी केंद्र सरकार की आलोचना नहीं कर रहा है,क्योंकि आम जनमानस अपने दुख से कम दुखी और नेताओं के कालेधन का सत्यानाश हो जाएगा,इस बात को लेकर ज्यादा खुश है।नोटबंदी ने यूपी की सियासत में भी खुब भूचाल मचाया है,जिससे कि सभी पार्टियां हताश और परेशान है,खासकर मायावती।क्योंकि लोगों का ऐसा मानना है कि मायावती के पास खुब कालाधन है।
यहां तक कि कई मायावती समर्थक भी मानते हैं कि यूपी में मुकाबला त्रिकोणीय है। तीन लोकप्रिय नेताओं- मोदी, मायावती और अखिलेश में कांटे की टक्कर होगी यूपी में।
बहरहाल दिलचस्प लड़ाई देखने के लिए आप भी तैयार रहें और हम भी।भविष्य में किसी गठबंधन से भी इनकार नही किया जा सकता।सत्ता और सियासत के खेल में कुछ भी संभव है।हम सब जानते हैं कि देश की सियासत में यूपी का क्या महत्व है और 2019 के लोकसभा चुनाव में यूपी की क्या अहमियत है। इसलिए कम से कम मायावती अपने कोर वोट को इकट्टा करना जरुर चाहेंगी जो कि 2014 में उनसे दूर चला गया था।
अंतत: मायावती के लिए भी यूपी की सत्ता पर काबिज होना इतना आसान नजर नहीं आ रहा है,जितना कि नोटबंदी के पहले था और आगे भी केंद्र सरकार की तमाम योजनाएं क्या रंग और गुल उत्तर प्रदेश में खिलाती हैं ये देखने वाली बात होगी।और ऐसे भी मोदी जी कहते हैं कि कम से कम उनकी राजनीति सुझबुझ पर किसी को शक नहीं करना चाहिए।इस बात को यूपी के लिहाज से देखें तो और बल मिलता है, क्योंकि वो खुद सांसद यूपी से ही हैं।

Monday 12 December 2016

राशिफल 2017: क्या कहते हैं आपको सितारे(मकर,कुंभ,मीन राशि)4

संदीप कुमा मिश्र: नमस्कार दोस्तों,नव वर्ष 2017 आपके जीवन में खुशहाली,उन्नती और तरक्की लेकर आए।ऐसे में ये जानना आपके लिए बेहद जरुरी है कि आने वाला साल 2017 आपके लिए कैसा रहेगा।क्या बदलाव होंगे जीवन में,उन्नती और तरक्की कैसे चूमेगी आपके कदम,शिक्षा,व्यापार,परिवार,रोजगार में कैसे मिलेगी सफलता।तो चलिए जानते हैं कि प्यार, व्यापार-क़ारोबार, स्वास्थ्य और संतान आदि के बारे में क्या कहते हैं आपके सितारे? साथ ही जानते हैं कुछ खास उपाय जिनसे होगा आपकी परेशानियों का समाधान।
मकर राशिफल 2017
मकर राशि वालों के लिए साल 2017 में आर्थिक स्थिति सामान्य ही रहेगी।फालतू व्यय से बचें।क्योंकि आपका भविष्य आपकी बचत से ही निर्धारित होगा।किसी भ प्रकार के रुपये-पैसे के लेन-देन में सतर्कता बरतें।काम धंधा करने वाले लोगों के लिए 2017 बेहतर होगा। पैतृक संपत्ति मिलने या लॉटरी आदि से अचानक धन लाभ के योग बने हुए हैं। यह वर्ष छात्रों के लिए ख़ास साबित हो सकता है। प्रतियोगी परीक्षा देने वाले छात्रों को सफलता मिल सकती है। नौकरीपेशा लोगों को काफ़ी अवसर मिलेंगे। प्रमोशन और अच्छी नौकरी के साथ आपको कार्य-स्थल पर पूरा सम्मान मिलने के आसार हैं। जो लोग नई नौकरी की तलाश में हैं, उन्हें कुछ समय का इंतज़ार करना चाहिए। वर्ष के अंत में शिक्षा प्राप्ति में आ रहे व्यवधान अवश्य ही कम होंगे व भाग्य साथ देगा। उच्च शिक्षा प्राप्ति हेतु आपकी विदेश जाने की संभावनाएँ हैं। पारिवारिक स्थिति इस वर्ष सामान्य बनी रहेगी। माता-पिता के साथ संबंध अच्छे रहेंगे।
कुम्भ राशिफल 2017
कुंभ राशि के जातकों के लिए साल 2017 अपार खुशियां लेकर आएगा।आपके सभी काम बन जाएंगे।विरोधी भी आपको सलाम करेंगे।आपकी आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी।एक बात का ध्यान रखें कि जब भी किसी की आर्थिक रुप से सहयोग करें तो अपनी जेब जरुर देख लें।फ़िज़ूलख़र्ची ना ही करें तो अच्छा है,परेशानी हो सकती है।धन को दुर्दिन के लिए बचा कर रखें।साल 2017 के मध्य में रुपये पैसे के लेनदेन में सजग रहें।प्रॉपर्टी संबंधी लेनदेन के कार्यों में सफलता मिलने के योग बन रहे हैं।व्यापार,रोजगार से जुड़े लोगों के लिए साल 2017 बहुत ही अच्छा होगा। साल के अंत में कुछ परेशानियां आ सकती हैं लेकिन वो अल्पकालिक होगी।छोटी मोटी बातों को ध्यान ना दे तो साल 2017 आपके लिए बहुत अच्छा होने वाला है।नौकरी की दिशा में अगर आप प्रयास कर रहे हैं तो सफलता अवश्य मिलेगी।वहीं नौकरी में प्रमोशन के भी योग हैं, इसलिए मेहनत करते रहें और निराश को अपने पास ना आने दें।
मीन राशिफल 2017

मीन राशि वाले साल 2017 में हर कदम सोचसमझ कर उठाएं।अपनी क्षमता के अनुसार ही निर्णय लें।किसी लंबी यात्रा की तैयारी में हो विचार कर के ही निकलें।किसी नए संबंधी या मित्र पर तुरंत विश्वास ना करें।साल के मध्य से आय के नए स्रोत बनते नजर आ रहे हैं।विरोधी आप पर हावी नहीं हो पाएंगे। मानसिक श्रम ज्यादा करने से बचें,आपकी सेहत के लिए बेहतर होगा।अपनी सफलता का राज कभी भी किसी अपने को ना बताएं।किसी खास रिश्तेदार या फिर किसी अपने से मुलाकात संभव है।मेहनत और इमानदारी से किए हुए सभी काम में आपको सफलता मिलेगी।इस वर्ष आपको कोई पुरस्कार भी मिल सकता है।आपका सकारात्मक नजरिया आपको लगातार आगे लेकर जाएगा।दूसरे लोग आपके कामकाज से प्रभावित होंगे। कुछ नया सिखने की जिज्ञासा भी आपमें देखने को मिलेगी,जिससे आय के नए श्रोत बनेंगे ।एक बात का विशेष ध्यान रखें कि जब तक आपको नई नौकरी न मिले पुरानी नौकरी से इस्तीफ़ा देने के बारे में कभी न सोचें।

राशिफल 2017: क्या कहते हैं आपको सितारे(तुला,वृश्चिक,धनु राशि)3

संदीप कुमा मिश्र: नमस्कार दोस्तों,नव वर्ष 2017 आपके जीवन में खुशहाली,उन्नती और तरक्की लेकर आए।ऐसे में ये जानना आपके लिए बेहद जरुरी है कि आने वाला साल 2017 आपके लिए कैसा रहेगा।क्या बदलाव होंगे जीवन में,उन्नती और तरक्की कैसे चूमेगी आपके कदम,शिक्षा,व्यापार,परिवार,रोजगार में कैसे मिलेगी सफलता।तो चलिए जानते हैं कि प्यार, व्यापार-क़ारोबार, स्वास्थ्य और संतान आदि के बारे में क्या कहते हैं आपके सितारे? साथ ही जानते हैं कुछ खास उपाय जिनसे होगा आपकी परेशानियों का समाधान।
तुला राशिफल 2017
तुला राशि वालों के लिए साल 2017 आर्थिक नजरिये से बेहतर रहेगा।साल 2017 की शुरुआत में धन प्राप्ती के प्रबल योग बनते नजर आ रहे हैं।साथ ही अचानक भी धन मिलने के योग बनते नजर आ रहे हैं।किसी प्रकार का निवेश करना चाहते हैं तो तो समय अच्छा बना रहेगा,लाभ अवश्य होगा।नए साल के अंत में किसी भी प्रकार के बड़े निवेश से अवश्य बचें और निवेश करना ज्यादा जरुरी हो तो सोच समझ कर ही करें।किसी भी प्रकार के लेनदेन में सावधानी अवश्य बरतें क्योंकि जींदगी की राह में बड़े धोखें हैं।जमीन की खरीद फरोख्त में बड़ों की सलाह अवश्य लें।ज्यादा व्यय और कर्ज लेने से बचें।परिवार के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।आपका शत्रु आपका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा,क्योंकि आप पर ईश्वर की विशेष कृपा बनी रहेगी।अपने पारिवारिक जीवन को सदैव सुखमय बनाने का हर संभव प्रयास करें।किसी प्रकार के अपव्यय और दुर्व्यवहार से अवश्य बचें।जीवन में खुशियां बनी रहेगी।
वृश्चिक राशिफल 2017
वृश्चिक राशि वालों के लिए निश्चित तौर पर साल 2017 आय के नए रास्ते खोलेगा।किसी भी प्रकार के लेनदेन में सावधानी बरतें,कोताही कतई ना करें, क्योंकि एक संकेत ये भी नजर आ रहा है कि आमदनी से अधिक आप खर्च कर सकते हैं। ऑफ़िस में किसी बड़े अधिकारी का सहयोग आपको मिलेगा। आपके लिए अच्छी कबर है कि आपका रुझान शुभ कार्यों की तरफ होगा। मित्रों का परस्पर सहयोग आपके साथ बना रहेगा। आपका स्वास्थ्य बेहतर होगा और आपका पराक्रम भी बढ़ेगा। वैवाहिक जीवन भी अच्छा रहेगा।आपके द्वारा लिया गया निर्णय फायदेमंद होगा।लोगों से आपका जनसंपर्क भी बढ़ेगावृश्चित राशि के जातक की संताने शिक्षा में नए कीर्तिमान स्थापित करेंगी।विद्यार्थी किसी नये पाठ्यक्रम में प्रवेश लेना चाह रहे हैं तो समय उनके अनुकूल रहेगा। परीक्षाओं में सफलता के भी प्रबल योग है। आपका पारिवारिक जीवन साल 2017 में बहुत ही अच्छा रहेगा।
धनु राशिफल 2017

धनु राशि वालों के लिए,खासकर व्यापारियों के लिए साल 2017 विशेष लाभदायक रहेगा,लेकिन साल के अंतिम नो में निवेश से बचें तो बेहतर होगा। साल के शुरुआत के 2-4 महिने थोड़ी आर्थिक समस्या का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन साल के अंत में ये समस्या खत्म हो जाएगी।आर्थिक लेन-देन में सतर्क रहने की जरुरत है।विद्यार्थियों के लिए नव वर्ष बेहतर होगा।किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में सफलता प्राप्त करने के पूर्ण योग बनते नजर आ रहे हैं। नौकरीपेशा लोगों के लिए भी साल 2017 शुभ संकेत दे रहा है।प्रमोशन के अच्छे अवसर नजर आ रहे हैं।अपने सीनियर की तरफ से आपको प्रोत्साहन मिलेगा,जिससे आय के स्त्रोत और बेहतर होंगे।जाहिर तौर पर आपके बेहतर प्रदर्शन का असर आपके सुनहरे भविष्य पर पड़ेगा। इस साल यात्रा के योग भी बन रहे हैं।खासकर धार्मिक स्थानो की ओर जा सकते हैं।

राशिफल 2017: क्या कहते हैं आपको सितारे(कर्क,सिंह,कन्या राशि)2

संदीप कुमा मिश्र: नमस्कार दोस्तों,नव वर्ष 2017 आपके जीवन में खुशहाली,उन्नती और तरक्की लेकर आए।ऐसे में ये जानना आपके लिए बेहद जरुरी है कि आने वाला साल 2017 आपके लिए कैसा रहेगा।क्या बदलाव होंगे जीवन में,उन्नती और तरक्की कैसे चूमेगी आपके कदम,शिक्षा,व्यापार,परिवार,रोजगार में कैसे मिलेगी सफलता।तो चलिए जानते हैं कि प्यार, व्यापार-क़ारोबार, स्वास्थ्य और संतान आदि के बारे में क्या कहते हैं आपके सितारे? साथ ही जानते हैं कुछ खास उपाय जिनसे होगा आपकी परेशानियों का समाधान।
कर्क राशिफल 2017
कर्क राशि के जातकों के लिए साल 2017 के अप्रैल तक कुछ परेशानियां आ सकती हैं।खासकर  नौकरीपेशा वाले लोगों को अपने सहयोगियों के बेहतर तालमेल बनाकर आगे बढ़ना चाहिए। परिवार के लोगों से आपको प्रेम मिलेगा वहीं चाहने वालों से भरपूर सहयोग। कर्क राशि वाले साल 2017 में परिवार के साथ शानदार समय भी बिताएंगे।रुपये पैसे का निवेश सावधानी पूर्वक करें लाभ अवश्य मिलेगा।व्यापार के लिहाल से भी नया साल लाभदायक होगा।किसी भी प्रकार के जोख़िम भरे कामों से जरुर बचें।साथ ही लेन-देन के मामलों में सावधानी बरतें।क्योंकि जोश में होश खोना हमेशा नुकसान देता है।
सिंह राशिफल 2017
सिंह राशि के जातकों के लिए नया सा थोड़ा ज़्यादा चुनौतियों भरा होगा।खासकर स्वास्थ्य को लेकर सजग रहने की आवश्यकता है।साल 2017 के मध्य  बाद समय बहुत बेहतर होगा।आमदनी भी बढ़ेगी और बिज़नेस भी फायदेमंद होगा। प्रॉपर्टी के लेनदेन में थोड़ी शतर्कता रतने की जरुरत है।नव वर्ष में शेयर बाज़ार में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है, जिससे अप्रत्याशित लाभ मिलने की संभावना है। सिंह राशि वाले लोगों को परिवार के बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर सचेत रहने की जरुरत है।दाम्पत्य जीवन में बेहतर तालमेल बनाकर चलने की जरुरत है।पढ़ने वाले छात्रों के लिए नया साल बेहतरीन साबित हो सकता है।बैंकिंग या प्रबंधन के क्षेत्रों में पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए समय बेहतर होगा।2017 में नौकरी करने वाले लोगों के लिए शुभ सुचना लेकर आएगा।किसी भी क्षेत्र में काम करने वाले नौकरीपेशा लोगों के लिए मुराद पूरी होने वाला साल 2017।
कन्या राशिफल 2017

कन्या राशि वालों को वर्ष 2017 की शुरुआत में आर्थिक स्तर पर सतर्क रहना चाहिए। किसी भी प्रकार के रोजगार के धंधे में पार्टनरशिप करने के लिए थोड़ा इंतज़ार करें। कन्या राशि वालों को साल 2017 के दूसरी छमाही में हालात बेहतर होंगे।पैसों के लेनदेन के मामले में पूरी तरह से सतर्कता बरतें। पढ़ने वाले छात्रों को पढ़ाई में ज्यादा मेहनत करनी पड़ेगी।वहीं नौकरी के लिए भागदौड़ करने वालों को सफलता मिलेगी। मीडिया और कला से संबंधित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को लाभ मिलेगा।अपने सीनियर्स और बॉस का साथ परस्पर सहयोग मिलने की प्रवल संभावना है,जरुरत है कि आप अपने व्यवहार को अपनों के साथ बेहतर बना कर रखें।नौकरीपेशा लोगों को 2017 के अंत में तरक्की भी मिलने की संभावना है।पारिवारिक स्तर पर तोड़ी परेशानिया जरुर होगी लेकिन दाम्पत्य जीवन में मनमुटाव को भुलाकर आपसी सहयोग करें,समय हतर हो जाएगा।

राशिफल 2017: क्या कहते हैं आपको सितारे(मेष,वृष,मिथुन राशि)1

संदीप कुमा मिश्र: नमस्कार दोस्तों,नव वर्ष 2017 आपके जीवन में खुशहाली,उन्नती और तरक्की लेकर आए।ऐसे में ये जानना आपके लिए बेहद जरुरी है कि आने वाला साल 2017 आपके लिए कैसा रहेगा।क्या बदलाव होंगे जीवन में,उन्नती और तरक्की कैसे चूमेगी आपके कदम,शिक्षा,व्यापार,परिवार,रोजगार में कैसे मिलेगी सफलता।तो चलिए जानते हैं कि प्यार, व्यापार-क़ारोबार, स्वास्थ्य और संतान आदि के बारे में क्या कहते हैं आपके सितारे? साथ ही जानते हैं कुछ खास उपाय जिनसे होगा आपकी परेशानियों का समाधान।
मेष राशिफल 2017
मेष राशि वालों के लिए साल 2017 की शुरुआत में आपके उत्साह में वृद्धि होगी और पुरुषार्थ बढ़ेगा। वहीं धर्म के कार्यों आपकी विशेष रुचि बढ़ेगी साथ ही आप भविष्य की कुछ योजनाएं भी बनाएंगे।एक बाक का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि आप अपने खर्चों को नियंत्रित करें। परिवार कुंटुंब की बात करें तो आपके बच्चों को शारीरिक परेशानी हो सकती है,इसलिए बच्चों की सेहत का विशेष ध्यान रखें।ईष्ट मित्रों के सहयोग से आपके पूराने बिगडे काम नव वर्ष में बन जाएंगे और आपको सफलता अर्जित होगी।जून के बाद आपके जीवन में खास बदलाव देखने को मिलेगा,जो आपके लिए लाभदायक होगा। किसी भी प्रकार के विवाद से अवश्य बचें। अपने क्रोध पर क़ाबू रखना उत्तम रहेगा।संभव है आपके बच्चों के द्वारा कोई शुभ समाचार मिले,जिससे कि घर में उत्सव का माहौल भी बने।2017 में आपकी व्यस्तता कार्यक्षेत्र में निरंतर बनी रहेगी,जिससे आपको सम्मान और प्रतिष्ठा के साथ ही आय में भी वृद्धि  होगी।व्यापारी वर्ग के लोगों के लिए नए साल में लक्ष्मी जी की विशेष कृपा होगी और व्यवसाय में लाभ मिलेगा,ऐसे में आय तो होगी लेकिन व्यय पर नियंत्रण जरुर रखें।
वृष राशिफल 2017
साल 2017 में वृषभ राशि के जातकों को कई माध्यम से लाभ प्राप्त होगा।नया साल बृषभ राशि वालों के लिए कई प्रकार की खुशियां लेकर आएगा। सामान्यत: रुपयों पैसे का लेनदेन ठीक रहेगा।नए वाहन, मनोरंजन के साथ सुख-सुविधाओं पर नए साल में खर्च बढ़ेगा।साल के अप्रैल माह से अचानक धन लाभ के योग बनेंगे, साथ ही खर्चों में भी बढोत्तरी होगी।वहीं साल  के मध्य बिगड़े कामों में भी सुधार देखने को मिलेगा और स्थिति सामान्य से बेहतर होगी। अगर आप आय के नए स्रोत बनाने का प्रयास कर रहे हैं तो सफलता अवश्य मिलेगी।किसी भी प्रकार के निवेश किए हुए धन का लाभ मिलेगा।फिजुलखर्ची से बचने का हर संभव प्रयास करें।बड़ों का आदर करें,सफलता आपके कदम चुमेगी।
मिथुन राशिफल 2017

मिथुन राशि के जातकों के लिए वर्ष 2017 की शुरुआत थोड़े उतार चढ़ाव से शुरु होगी लेकिन स्थिति सामान्य रहेगी।नए कार्य को शुरु करने से पहले जरुर विचार विमर्श करें।नए साल में आप सत्संगी बने रहेंगे। पूरानी योजनाएं नए साल में पूरी होंगी और आप की प्रशंसा आपके दुश्मन भी करेंगे। ज़मीन संबंधित किसी भी कार्य में विवादों की स्थिति पैदा हो सकती है,सावधानी रखें।किसी भी प्रकार की योजना मिथुन राशि वाले बना रहे हों तो उस बात को किसी को साथ शेयर ना करें।कार्य में बाधा आ सकती है।रोजगार और व्यापार से जुड़े लोगों को खुशियां मिलेगी। मुक़दमों से जुड़ा विवाद भी समाप्त होगा। नए कार्यों की योजनाएं बनेंगी, जो सफल रहेंगी। लॉटरी व सट्टे से आपका दूर रहना ही बेहतर होगा। आय के नए स्रोत बनेंगे। 

Thursday 17 November 2016

गायत्री मंत्र: शांति और शुभता का अचूक मंत्र

संदीप कुमार मिश्र: माता गायत्री को वेद माता कहा जाता है।जीवन में शांति और शुभता का प्रतिक हैं माता गायत्री। गायत्री मंत्र का जप और पाठ जल्द फलदायक है।जीवन में सुख,स्वास्थ्य,संपन्नता को पाने के लिए जरुरी है कि गायत्री मंत्र का हम सही तरीके से पाठ करें।आईए जानते हैं गायत्री मंत्र के जप साधना की सही और सामान्य विधि के साथ ही हम इसके पाठ से कैसे लाभ प्राप्त कर सकते हैं...
-गायत्री मंत्र-
।।ऊँ भूर्भुव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि। धियो यो न: प्रचोदयात्।।
भावार्थ- सृष्टि की रचना करने वाले, प्रकाशमान परमात्मा के तेज का हम ध्यान करते हैं, परमात्मा का यह तेज हमारी बुद्धि को सही मार्ग की ओर चलने के लिए प्रेरित करें।
v  गायत्री मंत्र पूजा विधि
जब भी हम गायत्री मंत्र का पाठ करें तो हमारी कोशिश यही होनी चाहिए कि मंत्र का जप शांत और  पवित्र स्थान पर करें। नित्य कर्म से निवृत होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें, इसके बाद माता गायत्री की मूर्ति या चित्र के सामने कुश के आसन पर बैठकर जप करें।गायत्री मंत्र के जप की संख्या कम से कम 108 होनी चाहिए।ऐसे तो अपनी सुलभता और आस्था से और पूरी श्रद्धा के साथ हम जितना भी पाठ करें उचित है।
v  गायत्री मंत्र का पाठ करते समय रखें ध्यान
v  गायत्री मंत्र का जप रुद्राक्ष की माला से ही करें।सर्वोत्तम और सर्वोत्कृष्ठ मंत्र में से एक है गायत्री मंत्र।आस्थावन साधक तीन बार गायत्री मंत्र का जप कर सकते हैं।
v  गायत्री मंत्र का जप का पहला समय है प्रात:काल- सूर्योदय से थोड़ी देर पहले मंत्र जप शुरू किया जाना चाहिए। जप सूर्योदय के बाद तक करना चाहिए।
v  मंत्र जप के लिए दूसरा समय है दोपहर- दोपहर में भी इस मंत्र का जप किया जाता है।
v  तीसरा समय है शाम को सूर्यास्त से कुछ देर पहले- सूर्यास्त से पहले मंत्र जप शुरू करके सूर्यास्त के कुछ देर बाद तक जप करना चाहिए।
गायत्री मंत्र का पाठ करते समय शांत रहना चाहिए और तेज ध्वनि में पाठ नहीं करना चाहिए।पवित्र गायत्री पाठ से हममें सकारात्म उर्जा और उत्साह का संचार होता है,मन से बुराईंया दूर होती हैं।व्यक्ति सत्संगी बनता है।