संदीप कुमार मिश्र : केजरीवाल जी इतना
गुस्सा क्यों..?छापा ही तो पड़ा
है...ज्यादा खास थे क्या आप के राजेंद्र कुमार..अरे भाई आप तो गुस्सा हो गए,अभी तो
आरोप भी नहीं साबीत हुआ..और आपने ना जाने क्या क्या कह दिया...पीएम को भी नहीं
छोड़ा।माना कि आप राजनीति अब बहुत अच्चे से करना सीख गए,लेकिन ये क्या भाषा की मर्यादा
भी भूल गए आप।पहले तो हर बात में आप जी जी जी कहा करते थे,और अब तो आप जी को कौन
कहे शब्दों की मर्यादा को ही तार-तार कर दिया। आपकी वाणी से तो ऐसा लगने लगा है कि
आपका पूरी तरह से वश नहीं चल रहा नहीं तो आप गाली गलौज पर उतारु हो जाते।
माना की सीबीआई ने बड़ी बेरहमी की होगी
लेकिन आप तो देश के इकलौते इमानदार खुद को कहते हैं फिर काहें का डर आपको जी।डट कर
मुकाबला करिए,और ऐसे भी अब दिल्ली वालों को लगने लगा है कि आप सिर्फ और सिर्फ
राजनीति ही करने के उद्देश्य से राजनीति में आए हैं,जो आपने सत्ता पाते ही साबीत भी
कर दिया।लेकिन ये देस जानता है भलिभांति की आप कैसे इमानदारी और भ्रस्टाचार का
सहारा लेकर राजनीति में आए थे,लेकिन अब आप क्या कर रहे हैं ये भी अब आम आदमी जानने
लगा है।
एक बात तो कहूंगा साब कि खुद को इमानदार
कह लेने भर से देश का भला नहीं हो सकता,उसे जमीन पर लागू भी करना होगा।जरा सोचिए
आप कितने सच्चे हैं जी कि कुछ भी कहने से गुरेज नहीं करते।आपने देश के पीएम को
कायर,मनोरोगी तक कह दिया..।
जरा अपने ट्वीट चिरईया पर ध्यान दिजिए
कि आपने क्या कहा-
पहला ट्वीट-
@ArvindKejriwal सीबीआई ने मेरे दफ्तर
पर छापा मारा
दूसरा ट्वीट
@ArvindKejriwal
जब पीएम मोदी राजनीति करने में विफल हो गए तो अब सीबीआई के
सहारे कायराना हरकत करने लगे हैं।
तीसरा ट्वीट
@ArvindKejriwal
मोदी कायर और मनोरोगी हैं।
चौथा ट्वीट
@ArvindKejriwal
सीबीआई झूठ बोल रही है। मेरे दफ्तर पर छापेमारी की कार्रवाई
की गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय की फाइलों को भी खंगाला गया। मोदी बताएं उन्हें
हमारी कौन सी फाइलें देखनी हैं।
पांचवां ट्वीट
@ArvindKejriwal
राजेंद्र के बहाने मेरे दफ़्तर की सारी फ़ाइल देखी जा रही
हैं।
छठा ट्वीट
@ArvindKejriwal
मैं एकलौता ऐसा मुख्यमंत्री हूं जिसने भ्रष्टाचार के आरोप
में अपने ही मंत्री और अधिकारी को बर्खास्त किया है और मामला सीबीआई को दिया है।
सातवां ट्वीट
@ArvindKejriwal
अगर सीबीआई के पास राजेंद्र के खिलाफ प्रमाण थे तो उन्होंने
ये मुझसे साझा क्यों नहीं किए। मैं उनके खिलाफ कार्रवाई करता।
और भी ना जाने कितने ट्वीट......।।।
दरअसल दोस्तों आ सुबह तड़के जब सीबीआई
ने दिल्ली सचिवालय की तीसरी मंजिल पर छापा मारा और उसे सील किया तो दिल्ली के
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से लेकर आम आदमी पार्टी के सभी नेता विरोध दर्ज कराने
के लिए सड़कों पर उतर आए। और फिर हंगामा ऐसा कि ना जाने क्या हो गया कि साब और
उनके मंत्री,प्रवक्ता इतने बिगड़े की धड़ाधड़ अमर्यादीत शब्दों का प्रयोग करने
लगे।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, सीएम की फाइलें खंगाली गईं-
मनीष सिसोदिया का कहना था कि बहाना
बनाकर अगर सीएम दफ्तर पर फाइलें जांचेंगे तो ये ठीक नहीं। प्रधान सचिव का अपना कोई
दफ्तर नहीं है। तीसरी मंजिल पर सीएम का भी दफ्तर है। तीसरी मंजिल को सील कर दिया
गया है। किसी को नहीं जाने दिया जा रहा है। सीधा संदेश दिया जा रहा है कि केजरीवाल
को केंद्र सरकार परेशान किया जा रहा है। ये संदेश दिया जा रहा है कि केजरीवाल के
साथ काम न करो, केंद्र सरकार के साथ जो नहीं रहेगा उसके साथ इसी तरह की कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री की फाइलें सर्च की जा रही हैं।
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता दीपक
वाजपेयी के बोल वचन-
केंद्र सरकार ने बिना मुख्यमंत्री को
जानकारी दिए उनके दफ्तर पर छापा मारा है। केंद्र सरकार ने सीबीआई को राजनीतिक
हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया है। हमें ऐसी कोई जानकारी नहीं कि प्रधान सचिव
राजेंद्र कुमार के दफ्तर पर छापेमारी हुई है। और वैसे भी राजेंद्र कुमार
मुख्यमंत्री कार्यालय का ही हिस्सा हैं। देश में आपातकाल जैसे हालात हैं।
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता आशुतोष के बोल
वचन-
मीडिया में आने के बाद सीबीआई ये कहने
लगी कि प्रधान सचिव के दफ्तर पर कार्रवाई की गई। अगर उन्हें कार्रवाई करनी ही थी
तो केजरीवाल को क्यों नहीं बताया गया। उन्होंने कहा राजेंद्र कुमार ईमानदार अफसर
हैं। उन्हें जानबूझकर डराया जा रहा है। ये सरकार को बर्खास्त करने की शुरुआत है।
आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास के
बोल वचन-
मुझे आज ही पता चला कि सीबीआई स्वतंत्र
हैं। प्रकाश जावडेकर हमें न बताएं कि भ्रष्टाचार से कैसे लडे़ं। हमने प्रेसवार्ता
करके भ्रष्ट मंत्री को निकाल दिया था। हम राजेंद्र पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे
रहे। सीबीआई ने व्यापमं घोटाले में कार्रवाई क्यों नहीं की।
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता संजय सिंह के
बोल वचन-
सीबीआई तब कहां थी जब वसुंधरा राजे की
ललित मोदी के साथ कनेक्शन की बात सामने आई। तब उनके मुख्यमंत्री कार्यालय पर
छापेमारी क्यों नहीं की गई। मोदी सरकार गुंडागर्दी कर रही है। सीबीआई का दुरुपयोग
कर रही है केंद्र सरकार। उन्हें अगर कोई छापेमारी की प्रक्रिया करनी थी तो
मुख्यमंत्री को लूप में लिया जाना चाहिए था।
अंतत : साब हम तो यही कहेंगे कि स्वाभिमान
ठीक होता है लेकिन अभिमान बेहद घातक। और आपसे तो बड़ी उम्मीदें थी जो अब निश्चित
रुप से सही नजर नहीं आ रही है खासकर व्यवहारिकता के नजरिए से।खैर अब राजनीति में
आपका इस तरह से बोलना सही हो सकता है आपके नजरिए से लेकिन समाज में इसका असर और
प्रभाव बेहद बुरा पड़ने वाला है,ये निश्चित है।
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