संदीप कुमार मिश्र : रंग और गुलाल का
त्योहार है होली...भाईचारे और सद्भावना का त्योहार है होली।कहते हैं होली पर
दुश्मन भी दोस्त बन जाते हैं।तभी तो इस कास अवसर पर देशवासी अपने-अपने तरीके से होली
के रंग में रंग जाता है।लेकिन आप कुछ और भी ऐसा उपाय कर सकते हैं जिससे आप की होली
का उत्साह आपके परिवार में धन,धान्य,सुख समृद्धी लेकर आएगी।ज्योतिषविद् पंडित शिव
कुमार शुक्ल बताएंगे कुछ ऐसे उपाय, कुछ ऐसी मान्यताएं जिन्हें हम होली में अपनाएं
और खुशिया का स्वागत करें।
ग्रह शांति उपाय
मंत्र- ब्रह्मा मुरारी स्त्रीपुरान्तकारी भानु शशि भूमि-सुतो बुधश्च।
गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव: सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु।
ग्रहों की सर्व शांति के लिए हमें होली
की रात उत्तर दिशा में बाजोट (पटिए) पर साफ और स्वच्छ सफेद कपड़े को बिछाकर उस पर
मूंग, चने की दाल, चावल, गेहूं, मसूर, काले उड़द एवं तिल की अलग-अलग ढेरी बनानी चाहिए।ततपश्चात उस पर नवग्रह यंत्र
स्थापित करना चाहिए और फिर उस पर केसर का तिलक करें, गाय के घी का दीपक
लगाएं और उपरोक्त मंत्र का जाप स्फटिक की माला से करें।जब जाप पूरा हो जाए तब
यंत्र को घर के पूजा स्थान पर स्थापित करें।इस प्रकार से ग्रह आपके अनुकूल होने
लगेंगे।
व्यापार में सफलता के उपाय
मंत्र- ऊं श्रीं श्रीं श्रीं परम सिद्धि व्यापार वृद्धि नम:।
व्यापार में उन्नती और तरक्की पाने के
लिए एकाक्षी नारियल को हमें लाल कपड़े में गेहूं के आसन पर स्थापित करना चाहिए और उसपर
सिंदूर का तिलक करना चाहिए।ऐसा करने के बाद मूंगे की माला उपरोक्त मंत्र का जाप करना
चाहिए।इस मंत्र का 21 माला जाप पूर्ण करने के बाद पोटली को अपने व्सवसायीक स्थल पर
ऐसे स्थान पर टांग देना चाहिए, जहां से ग्राहकों की नजर इस पर निरंतर पड़ती
रहे।इस प्रकार काम धंधे में सफलया के बेहतर योग बनने लगते हैं।
बनेंगे विवाह के योग
हमारे धर्म शास्त्रों में मंत्रों की
शक्ति का बृहद वर्णन किया गया है।कहा जाता है कि विवाह में हो रही रुकावट,बाधा और
परेशानी के लिए होली के दिन सुबह एक साबूत पान पर एक पूरी सोपारी एवं हल्दी की एक गांठ
को किसी भी शिवालय में जाकर शिवलिंग पर चढ़ाना चाहिए।और बगैर पिछे मुड़कर देखे घर
की तरफ प्रस्थान करना चाहिए।इस प्रकार इस उपाय को नित्य करें।आप देखेंगे कि विवाह
का सुंदर योग जल्द ही बन जाएगा।
रोगनाशक मंत्र
मंत्र- ऊं नमो भगवते रुद्राय मृतार्क
मध्ये संस्थिताय मम शरीरं अमृतं कुरु कुरु स्वाहा
घर में बीमारी का हो बसेरा तो निश्चित
रुप से सुख और शांती नहीं आ सकती।लेकिन होली की रात को उपर लिखे मंत्र का जाप
तुलसी की माला से करने रोग का नास होता है,स्वास्थ्य और सुख शांती संग धन धान्य का
वास घर में होता है।
चंद्रमा का करें स्मरण और ध्यान
मित्रों कहते हैं कि होली की रात में चंद्रमा
के उदय होने के बाद आप अपने घर की छत पर जहां से चांद नजर आए, वहां खड़े होकर चंद्रमा का ध्यान करते हुए चांदी की प्लेट में सूखे छुहारे व
कुछ मखाने रखकर शुद्ध घी के दीपक के साथ धूप एवं अगरबत्ती अर्पित करें।पश्चात दूध
से चंद्रमा को अर्घ्य दें और अर्घ्य के बाद सफेद मिठाई, केसर मिश्रित साबूदाने की
खीर अर्पित करें। तथा चंद्रमा से सुख समृद्धि प्रदान करने के लिए प्रार्थना करें।ऐसा
करने के बाद प्रसाद और मखाने को बच्चों में बांट देना चाहिए।इस प्रकार निरंतर आने
वाली प्रत्येक पूर्णिमा की रात चंद्रमा को दूध का अर्घ्य देना चाहिए।ऐसा करने से
आप महसूस करेंगे कि आपका आर्थिक संकट निरंतर दूर होता जाएगा।
अंतत: हमारा देश भारत...आस्थाओं और मान्यताओं का देश है।हमारी सभ्यता और संस्कृति
विश्व की सबसे प्राचीन है।अनेकता में एकता का संदेश देती हैं हमारी हिन्दू
मान्यताएं और विश्वास।जहां तक प्रश्न है मंत्रों की शक्ति का तो सदियों से अटूट
आस्था और विश्वास रहा है हमारा इन पर।इसी आधार पर सदियों से ऐसे उपाय किए जाते रहे
हैं...।लेकिन एक बात हम सभी भलीभांति जानते हैं कि कर्म के बिना भाग्य अधूरा है।
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