संदीप कुमार मिश्र: संगम नगरी इलाहाबाद
के संगम तट पर 2019 में इस बार अर्ध
कुंभ नहीं बल्कि पूर्ण कुंभ का आयोजन किया जाएगा।जिसका फैसला उत्तर प्रदेश के
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यजुर्वेद के मंत्र ऊं पूर्णमद: पूर्णमिदं से
प्रेरित होकर लिया है। आपको बता दें कि प्रदेश सरकार हर 6 साल में आयोजित होने वाले विशाल धार्मिक आयोजन
अर्ध कुंभ को कुंभ कहने का फैसला लिया है, वहीं प्रत्येक 12 साल में होने वाले कुंभ को महाकुंभ कहा जाएगा
इसका निर्णय लिया।
हिन्दू सनातन धर्म में कुंभ मेला विशेष महत्व रखता है।इस
आयोजन को मेला के तौर पर नहीं, बल्कि महापर्व के रूप में देखा जाता है। ऐसी पौराणिक मान्यता
है कि इस दौरान पावन गंगा,यमुना और सरस्वती नदी के संगम स्थल में स्नान करने से मनुष्य
के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं।
आपको बताते चलें कि हर 12 साल बाद कुंभ मेला आता है और दो
बड़े कुंभ मेलों के मध्य एक अर्धकुंभ मेला भी लगता है। इस बार साल 2019 में आने वाला
कुंभ मेला दरअसल, अर्धकुंभ ही है,लेकिन
इसे यजुर्वेद के मंत्र ऊं पूर्णमद: पूर्णमिदं से प्रेरित होकर कुंभ कहा
जाएगा, ऐसी सरकार ने घोषणा की है।साथ ही इस बार के इस विशाल आयोजन की तैयारियों को
देखें तो अर्धकुंभ मेले जैसा नही बल्कि पूर्ण कुंभ मेला जैसे ही भव्य समारोह देखने
को मिलेगा।
प्रयागराज में 2019 में लगने वाला कुंभ कई मायनो में बेहद
खास होगा।इस बार आयोजित होने वाले कुंभ मेले में कई नई चीजें श्रद्धालुओं को देखने
को मिलेंगी।खासकर युवाओं के लिए सेल्फी प्वाइंट से लेकर वाटर एम्बुलेंस तक की विशेष
तैयारीयां की जा रही है। मेले में इस बार एक अटल कॉर्नर भी बनाया जाएगा, जो वास्तव में एक
इंफॉर्मेशन डेस्क होगा।ऐसा कहा जा रहा है कि इस बार कुंभ मेला में रामलीला का भी
आयोजन होगा, जिसे
अंतरराष्ट्रीय बैले कलाकारों का एक समूह प्रस्तुत करेगा।इस विशेष रामलीला आयोजन 55 दिनों तक चलेगा।साथ
ही संगम नगरी में तकरीबन 10 एकड़ जमीन पर ‘संस्कृत ग्राम’ बसाया जाएगा, जहां कुंभ के
महत्व और इतिहास के बारे में संपूर्ण जानकारी दी जाएगी।
आईए जानते हैं 2019 कुंभ मेले की
शाही स्नान की तारीख
14-15 जनवरी 2019: मकर संक्रांति
(पहला शाही स्नान)
21 जनवरी 2019: पौष पूर्णिमा
31 जनवरी 2019: पौष एकादशी स्नान
04 फरवरी 2019: मौनी अमावस्या
(मुख्य शाही स्नान, दूसरा शाही
स्नान)
10 फरवरी 2019: बसंत पंचमी
(तीसरा शाही स्नान)
16 फरवरी 2019: माघी एकादशी
19 फरवरी 2019: माघी पूर्णिमा
04 मार्च 2019: महा शिवरात्रि
कई लाखों भारतीय, पुरुष और महिला, युवा और वृद्ध, व्यक्ति और भिक्षु, इलाहाबाद कुंभ मेला में आते हैं । भारत में पवित्र स्थल त्यौहार, कहा जाता है मेलों, हिंदू धर्म की तीर्थयात्रा परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। एक देवता या शुभ ज्योतिषीय काल के जीवन में एक पौराणिक घटना का जश्न मनाते हुए, देश भर से तीर्थयात्रियों की भारी संख्या को आकर्षित करता है।
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