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🌞 *सुप्रभातम्* 🌞
««« *आज का पंचांग* »»»
कलियुगाब्द.................5119
विक्रम संवत्...............2074
शक संवत्..................1939
मास........................आश्विन
पक्ष.............................शुक्ल
तिथी.........................तृतीया
प्रातः 11.23 पर्यंत पश्चात चतुर्थी
रवि.....................दक्षिणायन
सूर्योदय..........06.16.12 पर
सूर्यास्त..........06.22.29 पर
तिथि स्वामी...............विष्णु
नित्यदेवी...............सर्वमंगला
नक्षत्र.........................स्वाति
रात्रि 02.15 पर्यंत पश्चात विशाखा
योग...............................इंद्र
प्रातः 07.56 पर्यंत पश्चात वैधृति
करण...........................गरज
प्रातः 11.23 पर्यंत पश्चत वणिज
ऋतु............................शरद
दिन........................शनिवार
🇬🇧 *आंग्ल मतानुसार* :-
23 सितम्बर सन 2017 ईस्वी ।
*तृतीयं चंद्रघंटा पूजन (तृतीय दिवस) :-*
*चन्द्रघन्टा : मां दुर्गा का तीसरा स्वरूप :-*
मां दुर्गा की तीसरी शक्ति का नाम चंद्रघंटा है। नवरात्र उपासना में तीसरे दिन इन्हीं के विग्रह का पूजन और आराधना की जाती है। इनका स्वरूप परम शांतिदायक और कल्याणकारी है। इनके मस्तक पर घंटे के आकार का अर्धचंद्र है। इसी कारण इन देवी का नाम चंद्रघंटा पड़ा है। इनके शरीर का रंग स्वर्ण के समान चमकीला है। इनका वाहन सिंह है। मन, वचन, कर्म एवं शरीर से शुद्ध होकर विधि-विधान के अनुसार मां चंद्रघंटा की शरण लेकर उनकी उपासना एवं आराधना में तत्पर होना चाहिए। इनकी उपासना से समस्त सांसारिक कष्टों से मुक्ति मिलती है।
☸ शुभ अंक..................6
🔯 शुभ रंग...............नीला
👁🗨 *राहुकाल* :-
प्रात: 09.18 से 10.48 तक ।
🚦 *दिशाशूल* :-
पूर्वदिशा- यदि आवश्यक हो तो उड़द का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।
✡ *चौघडिया* :-
प्रात: 07.48 से 09.18 तक शुभ
दोप. 12.18 से 01.48 तक चंचल
दोप. 01.48 से 03.18 तक लाभ
दोप. 03.18 से 04.48 तक अमृत
सायं 06.18 से 07.48 तक लाभ
रात्रि 09.18 से 10.48 तक शुभ।
🎶 *आज का मंत्र* :-
पिण्डजप्रवरारुढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यां चन्द्रघण्टेति विश्रुता॥
*संस्कृत सुभाषितानि* :-
*अष्टावक्र गीता - अष्टादश अध्याय :-*
शुद्धं बुद्धं प्रियं पूर्णं
निष्प्रपंचं निरामयं।
आत्मानं तं न जानन्ति
तत्राभ्यासपरा जनाः॥१८- ३५॥
अर्थात:-
आत्मा के सम्बन्ध में जो लोग अभ्यास में लग रहे हैं, वे अपने शुद्ध, बुद्ध, प्रिय, पूर्ण, निष्प्रपंच और निरामय ब्रह्म-स्वरूप को नहीं जानते॥३५॥
🍃 *आरोग्यं* :-
*नवदुर्गा के औषधि रूप :-*
*तृतीय चंद्रघंटा (चन्दुसूर) -*
दुर्गा का तीसरा रूप है चंद्रघंटा, इसे चनदुसूर या चमसूर कहा गया है। यह एक ऐसा पौधा है जो धनिये के समान है। इस पौधे की पत्तियों की सब्जी भी बनाई जाती है। ये कल्याणकारी है। इस औषधि से मोटापा दूर होता है। इसलिये इसको चर्महन्ती भी कहते हैं। शक्ति को बढ़ाने वाली, रक्त को शुद्ध करने वाली एवं हृदयरोग को ठीक करने वाली चंद्रिका औषधि है। अत: इस बीमारी से संबंधित रोगी को चंद्रघंटा की पूजा करना चाहिए।
चंद्रसूर वात, बलगम, और दस्त को ठीक करता है | यह बलवर्धक और पुष्टिकारी है |
*☘श्री महाकालेश्वर उज्जैन में एवं*
⚜ *आज का राशिफल* :-
🐏 *राशि फलादेश मेष* :-
नई योजना में लाभ प्राप्ति के योग हैं। पराक्रम की वृद्धि होगी। समाज, परिवार में आदर मिलेगा। पूंजी निवेश बढ़ेगा। वाहन सावधानी से चलाएं।
🐂 *राशि फलादेश वृष* :-
कार्यक्षेत्र में हितकारकों की पूर्ण कृपा रहेगी। क्रोध पर संयम आवश्यक है। आपको कई आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिल सकेगा।
👫 *राशि फलादेश मिथुन* :-
जीवनसाथी से सहयोग मिलेगा। साहित्यिक रुचि बढ़ेगी। आय-व्यय बराबर रहेंगे। सुसंगति से लाभ होगा। अनावश्यक कार्यों से दूर रहें।
🦀 *राशि फलादेश कर्क* :-
संतान की ओर से अच्छे समाचार मिलेंगे। किसी समस्या का हल आपके प्रयत्नों से निकलेगा। किसी अच्छे मित्र से भेंट होगी।
🦁 *राशि फलादेश सिंह* :-
परिवार में सुख-शांति बढ़ेगी। आपकी बुद्धि एवं तर्क से आपके कार्य में सफलता मिलने के योग हैं। व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा से दूर रहें।
👩🏻🏫 *राशि फलादेश कन्या* :-
आर्थिक स्थिति मनोबल में वृद्धि करेगी। दृढ़ निश्चय से कठिन कार्य भी हल होंगे। प्रेम संबंधों में सफलता मिलने के योग बनेंगे।
⚖ *राशि फलादेश तुला* :-
नवीन कार्य के अवसर बनेंगे। परिवार के सदस्यों पर विशेष ध्यान दें। आध्यात्मिक प्रवृत्ति के कारण मन में शांति रहेगी। वाहन सावधानी से चलाएं।
🦂 *राशि फलादेश वृश्चिक* :-
पारिवारिक जीवन में कठिनाइयाँ आएंगी। व्यापार-व्यवसाय मध्यम रहेगा। महत्वपूर्ण कार्यों को टालना ही ठीक रहेगा। आर्थिक हानि हो सकती है।
🏹 *राशि फलादेश धनु* :-
स्वास्थ्य पर ध्यान दें। व्यापार-व्यवसाय लाभदायी रहेगा। कार्य में व्यस्तता बढ़ेगी। घरेलू उलझनें आपके प्रयासों से ही सुलझेंगी।
🐊 *राशि फलादेश मकर* :-
कार्य व्यवसाय में विशेष लाभ मिलने की संभावना है। आमदनी से अधिक खर्च नहीं करें। धन संबंधी मामलों में अधिक सचेत रहना आवश्यक है।
🏺 *राशि फलादेश कुंभ* :-
दिन उत्साहवर्धक एवं मनोरंजनमयी रहेगा। कई दिनों के रुके कार्य पूर्ण होने के अवसर हैं। पारिवारिक संबंध मधुर एवं प्रगाढ़ होंगे।
🐋 *राशि फलादेश मीन* :-
अधिकारी वर्ग विशेष सहयोग करेंगे। आपकी बुद्धिमत्ता सामाजिक सम्मान दिलाएगी। परिवार में कलह का माहौल रहेगा। ऋण लेना पड़ सकता है।
।। 🐚 *शुभम भवतु* 🐚 ।।
🇮🇳🇮🇳 *भारत माता की जय* 🚩🚩
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