Thursday 27 May 2021

गिलोय के चमत्कारिक फायदे | Giloy boost immunity against coronavirus | आयुर्वेद का वरदान गिलोय |


संदीप कुमार मिश्र:प्रकृति का वरदान गिलोय,आयुर्वेद में गिलोय को कहा जाता है 'अमृता की जड़ ',इम्यूनिटी के लिए वरदान है गिलोय का सेवन,गिलोय का नियमित इस्तेमाल रखे बीमारियों से दूर,चलिए इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि गिलोय के सेवन से कैसे रहेंगे हम रोग से दूर..

दरअसल गिलोय एक ऐसी बेल है, जिसे हम सौ मर्ज की एक दवा कह सकते हैं। संस्कृत में गिलोय को अमृता नाम दिया गया है।गिलोय के संबंध में कहा है कि देवताओं और दानवों के बीच समुद्र मंथन के दौरान जब अमृत निकला और इस अमृत की बूंदें जहां-जहां छलकीं, वहां-वहां गिलोय की उत्पत्ति हुई।आयुर्वेद में इसका एक नाम अमृता भी है।

आज जब कोविड 19 (COVID ​​-19) की दूसरी लहर ने भयंकर रुप से अपना कहर लोगों पर बरपाना शुरू कर दिया तो डॉक्टर इस महामारी से बचने के लिए इम्यूनिटी को बेहतर रखने की सलाह दे रहे हैं। ऐसे तो कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कई वैक्सीन भी मार्केट में आ गई हैं। बावजूद इसके हम लगातार देख सकते हैं कि वैक्सीन लगवाने के बाद भी कई लोग कोरोना संक्रमण के शिकार हो रहे हैं।

       ऐसे में अच्छी सेहत, रोग प्रतिरोधक क्षमता ही हमें सुरक्षित और वायरस से लड़ने में मदद कर सकती है। गिलोय एक ऐसी ही आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी है जो इम्यूनिटी मजबूत बनाए रखती है। गिलोय की पत्त‍ियों में कैल्शि‍यम, प्रोटीन, फॉस्फोरस पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इसका नियमित इस्तेमाल हमें कई तरह की बीमारियों से दूर रखने में मदद करता है। चलिए ऐसे में जानते हैं गिलोय का सेवन कैसे हमारी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढाता है-

गिलोय का सेवन करने से सेहत को मिलते हैं ये लाभ

गिलोय बढ़ाने इम्यूनिटी

कोरोना काल में गिलोय का सेवन हमारी इम्यूनिटी को बेहतर बनाना है । गिलोय में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट फ्री-रेडिकल्स से लड़कर कोशिकाओं को स्वस्थ रखने के साथ कई बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं।

गिलोय करे पाचन तंत्र मजबूत

गिलोय डाइजेशन से जुड़ी समस्याओं को दूर रखने में मदद करता है। गिलोय का सेवन करने से कब्ज और गैस की प्रॉब्लम नहीं होती है और पाचन क्रिया भी दुरुस्त रहती है। गिलोय का आंवला या गुड़ के साथ इस्तेमाल करने से पाचन की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।




एनीमिया रोग में गिलोय लाभदायक

गिलोय का सेवन एनीमिया दूर करने में सहायक होता है। इसका सेवन घी और शहद के साथ मिलाकर करने से खून की कमी दूर होती है।

खून साफ करती है गिलोय

गिलोय एंटीऑक्सिडेंट की तरह काम करती है जो कि झुर्रियों से लड़ने में मदद करने के साथ कोशिकाओं को स्वस्थ और निरोग रखने में भी अहम भूमिका निभाती है। गिलोय की पत्तियां शरीर से टॉक्सिन को बाहर निकालकर खून को भी साफ करती हैं।

डायबिटीज रोग में गिलोय फायदेमंद

गिलोय एक हाइपोग्लाइकेमिक एजेंट के रूप में काम करता है। जो ब्लड शुगर के लेवल को कंट्रोल कर डायबिटीज को भी नियंत्रित रखने में मदद करता है। गिलोय का सेवन डायबिटीज टाइप 2 के रोगियों के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है।

एलर्जी के लिए डाइट में शामिल करें गिलोय

हाथ-पैरों में जलन या स्किन एलर्जी से परेशान लोग भी गिलोय को  अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। ऐसे लोग गिलोय की पत्त‍ियों को पीसकर उसका पेस्ट तैयार करके उसे सुबह-शाम पैरों और हथेलियों पर लगाएं।

जाने गिलोय के अन्य फायदे

-इसके अलावा गिलोय को दूध में उबालकर पीने से जोड़ों का दर्द कम होता है।

-अदरक के साथ गिलोय का सेवन करने से रूमेटाइड अर्थराइटिस जैसी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।

-गिलोय के रस में हड्डियों को मजबूत बनाए रखने वाले एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण प्रचूर मात्रा में मौजूद होते हैं।

-गिलोय के तने को चबाने से अस्थमा रोगियों को फायदा होता है।

-गिलोय के तने को चबाने से खांसी, गले में खराश और टॉन्सिलिटिस की समस्या में भी राहत मिलती है।

-गिलोय का आंवला या गुड़ के साथ इस्तेमाल करने से पाचन की समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

अब तो आप समझ ही गए होंगे गिलोय का सेवन हमें कैसे तमाम रोगों से हमारी रक्षा करता है।तो रोज करें गिलोय का सेवन और अपना अपने परिवार की सेहत को रखें दुरुस्त। 



अनेक भाषाओं में गिलोय के नाम (Giloy Called in Different Languages)

गिलोय का लैटिन नाम  टिनोस्पोरा कॉर्डिफोलिया ( Tinospora cordifolia (Willd.) Miers, Syn-Menispermum cordifolium Willd.) है और यह मैनिस्पर्मेसी (Menispermaceae) कुल है। इसे इन नामों से भी जानी जाती हैः-

Giloy in Hindi – गडुची, गिलोय, अमृता

English – इण्डियन टिनोस्पोरा (Indian tinospora), हार्ट लीव्ड टिनोस्पोरा (Heart leaved tinospora), मून सीड (Moon seed), गांचा टिनोस्पोरा (Gulancha tinospora);  टिनोस्पोरा (Tinospora)

Bengali (Giloy in Bengali) – गुंचा (Gulancha), पालो गदंचा (Palo gandcha), गिलोय (Giloe)

Sanskrit – वत्सादनी, छिन्नरुहा, गुडूची, तत्रिका, अमृता, मधुपर्णी, अमृतलता, छिन्ना, अमृतवल्ली, भिषक्प्रिया

Oriya – गुंचा (Gulancha), गुलोची (Gulochi)

Kannada – अमृथावल्ली(Amrutavalli), अमृतवल्ली (Amritvalli), युगानीवल्ली (Yuganivalli), मधुपर्णी (Madhuparni)

Gujarati – गुलवेल (Gulvel), गालो (Galo)

Goa – अमृतबेल (Amrytbel)

Tamil – अमृदवल्ली (Amridavalli), शिन्दिलकोडि (Shindilkodi)

Telugu – तिप्पतीगे (Tippatige), अमृता (Amrita), गुडूची (Guduchi)

Nepali – गुर्जो (Gurjo)

Punjabi – गिलोगुलरिच (Gilogularich), गरहम (Garham), पालो (Palo)

Marathi – गुलवेल (Gulavel), अम्बरवेल(Ambarvel)

Malayalam – अमृतु (Amritu), पेयामृतम (Peyamrytam), चित्तामृतु (Chittamritu)

Arabic – गिलो (Gilo)

Persian – गुलबेल (Gulbel), गिलोय (Giloe)

गिलोय के चमत्कारिक फायदे video

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