Tuesday, 22 August 2017

तिरूपति बालाजी मंदिर,जहां बनते हैं रोज़ 3 लाख अद्भूत लड्डू,जाने क्या विशेषता

sandeep kumar mishra
संदीप कुमार मिश्र : विविधताओं से भरा देश भारत.जहां धर्म और उसके प्रति आस्था को सनातन संस्कृति में जीवन पद्दति बताया गया है।एक ऐसी जीवन पद्धति जहां ईश्वर से साक्षात्कार का सरल और सुगम मार्ग तो बताया ही गया है,साथ ही अज्ञानता और मोह में किए गए पापों को दूर करने के भी रास्ते बताए गए हैं।
दरअसल जब हम मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए जाते हैं,तो हमें प्रसाद दिया जाता है, चरणामृत दिया जाता है।जो हमारी आत्मा को शुद्ध करने के साथ ही हमारी अज्ञानता को भी दूर करता है।हर एक मंदिर में भगवान को भोग लगाने के लिए अनेकों प्रकार के व्यंजन बनाते हैं, प्रसाद भी अनेकों प्रकार के बनाए जाते हैं।जिनकी अपनी एक अलग खासियत और विशेषता होती है।
तिरुपति बालाजी मंदिर, जहां बनते हैं रोजाना 3 लाख लड्डू
हमारे देश में एक ऐसा मंदिर है जहां प्रतिदिन 3 लाख लड्डू प्रसाद बनाए जाते हैं,जो विशेष सुरक्षा जांच को बाद तैयार होते हैं।लड्डू भी ऐसा जिसका स्वाद सबसे अलग।आपको बता दें कि तिरुपति बालाजी मंदिर में पिछले 300 सालों से भी ज्यादा समय से तिरूपति के मंदिरों में एक खास लड्डू चढ़ाया जाता है।जिसकी विशेष मान्यता है।
sandeep kumar mishra
बाकायदा टिकट के साथ भक्तों को मिलता है लड्डू
अक्सर तिरुपति बालाजी मंदिर में आपको श्रद्धालूओं की भीड़ मिल जाएगी।लेकिन आप जल्दी दर्शन करना चाहते हैं तो आपके लिए खास सुविधा भी उपलब्ध है यहां।आप मंदिर में दर्शन के लिए 300 रुपये वाला टिकट खरीद सकते हैं,जिससे आपके दर्शन भी जल्दी हो जाएंगे और साथ ही आपको 2 लड्डू मुफ्त में दिए जाएंगे। वहीं जो श्रद्धालू लाइन में लगे रहते हैं वो अपनी  इच्छानुसार इस विशेष लड्डू को खरीद सकते हैं।
sandeep kumar mishra
10 से 25 रुपये तक है लड्डू की कीमत
प्रसाद के रूप में मिलने वाले लड्डू की सबसे बड़ी खासियत है कि यह कई दिनों तक खराब नहीं होता है।जिस वजह से इसे ज्यादा दिनों तक खाया जा सकता है। इसकी कीमत की बात करें तो 10 रूपये से लेकर 25 रूपये के लड्डू आप खरीद सकते हैं।शायद ही कोई भक्त ऐसा होगा जो अपने प्रसाद में इस खास लड्डू को शामिल ना करें।यहां आने वाले लोग इस खास लड्डू को जरुर खरीदते हैं।
sandeep kumar mishra
खास रसोई में बनते हैं खास लड्डू
तिरुपति बालाजी में भगवान को चढ़ने वाले ये लड्डू एकदम ताजा होते हैं।यही वजह है कि प्रतिदिन मंदिर के रसोई घर में तकरीबन तीन लाख लड्डू तैयार किये जाते हैं।जिस खास रसोई में इस लड्डू को तैयार किया जाता है उस ख़ुफ़िया रसोई को 'पोटू' कहते हैं।जहां पर केवल मंदिर के पुजारी और कुछ खास लोग ही आ जा सकते हैं। इस रसोई की सबसे खास बात यह है कि यहां साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाता है।
sandeep kumar mishra
लड्डू की होती है बेहद कड़ी सुरक्षा
तिरुपति बालाजी मंदिर में मिलने वाले इस खास लड्डू को प्रसाद के तौर पर पाने के लिए श्रद्धालूओं को एक कड़े सुरक्षा दायरे से होकर गुजरना पड़ता है। जिसमें सुरक्षा कोड और बायोमेट्रिक विवरण जैसे, चेहरे को पहचानना वगैरह मौजूद होते हैं।
sandeep kumar mishra
आखिर कैसे तैयार होते हैं ये लड्डू ?
बालाजी मंदिर में तैयार होने वाले खास लड्डू की रेसिपी भी सबसे अलग होती है।इस खास लड्डू को बनाने में बेसन, किशमिश, मक्खन, काजू और इलायची का इस्तेमाल किया जाता है।तैयार लड्डू का वजन 174 ग्राम का होता है।एक और खास बात जो इस लड्डू की है वो ये कि लोग इस लड्डू को घर पर भी बनाने की कोशिश करते हैं लेकिन स्वाद ऐसा नहीं हो पाता है।यकिनन बालाजी मंदिर का ये विशेष प्रसाद लड्डू अद्भूत है।
sandeep kumar mishra
तिरुपति बालाजी मंदिर की कमाई करोड़ों में
तिरुपति बालाजी मंदिर की कुल संपत्ति तकरीबन 1.30 लाख करोड़ रूपये है।मंदिर में कुल 60,000 करोड़ का सोना, चांदी और अन्य रत्न हैं।साथ ही 8500 करोड़ रुपये की एफडी के साथ ही इन्वेस्टमेंट भी की गई है।सालाना कमाई की बात करें तो 600 करोड़ रुपए से ज्यादा मंदिर की कमाई है।मंदिर में आने वाले चढ़ावे को अनेकों प्रकार के धर्मार्थ कार्य में लगाया जाता है।
sandeep kumar mishra
सनातन संस्कृति,धर्म-संस्कार,योग, स्वाध्याय के साथ ही समसामयिक जानकारी के लिए जरुर पढ़ें संबोधन...और अपने विचार जरुर कमेंट बाक्स में लिखें।आपकी प्रतिक्रिया ही मेरे लिए उपहार और सम्मान है।धर्मो रक्षति रक्षित:।।


No comments:

Post a Comment