sandeep kumar mishra |
संदीप
कुमार मिश्र : विविधताओं से भरा देश भारत.जहां धर्म और उसके प्रति आस्था को सनातन
संस्कृति में जीवन पद्दति बताया गया है।एक ऐसी जीवन पद्धति जहां ईश्वर से
साक्षात्कार का सरल और सुगम मार्ग तो बताया ही गया है,साथ ही अज्ञानता और मोह में
किए गए पापों को दूर करने के भी रास्ते बताए गए हैं।
दरअसल
जब हम मंदिर में भगवान के दर्शन के लिए जाते हैं,तो हमें प्रसाद दिया जाता है, चरणामृत
दिया जाता है।जो हमारी आत्मा को शुद्ध करने के साथ ही हमारी अज्ञानता को भी दूर
करता है।हर एक मंदिर में भगवान को भोग लगाने के लिए अनेकों प्रकार के व्यंजन बनाते
हैं, प्रसाद भी अनेकों प्रकार के बनाए जाते हैं।जिनकी अपनी एक अलग खासियत और
विशेषता होती है।
तिरुपति
बालाजी मंदिर, जहां बनते हैं रोजाना 3 लाख लड्डू
हमारे
देश में एक ऐसा मंदिर है जहां प्रतिदिन 3 लाख लड्डू प्रसाद बनाए जाते हैं,जो विशेष
सुरक्षा जांच को बाद तैयार होते हैं।लड्डू भी ऐसा जिसका स्वाद सबसे अलग।आपको बता
दें कि तिरुपति बालाजी मंदिर में पिछले 300 सालों से भी ज्यादा समय से तिरूपति के
मंदिरों में एक खास लड्डू चढ़ाया जाता है।जिसकी विशेष मान्यता है।
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बाकायदा
टिकट के साथ भक्तों को मिलता है लड्डू
अक्सर
तिरुपति बालाजी मंदिर में आपको श्रद्धालूओं की भीड़ मिल जाएगी।लेकिन आप जल्दी
दर्शन करना चाहते हैं तो आपके लिए खास सुविधा भी उपलब्ध है यहां।आप मंदिर में दर्शन
के लिए 300 रुपये वाला टिकट खरीद सकते हैं,जिससे आपके दर्शन भी जल्दी हो जाएंगे और
साथ ही आपको 2 लड्डू मुफ्त में दिए जाएंगे। वहीं जो श्रद्धालू लाइन में लगे रहते
हैं वो अपनी इच्छानुसार इस विशेष लड्डू को
खरीद सकते हैं।
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10
से 25 रुपये तक है लड्डू की कीमत
प्रसाद
के रूप में मिलने वाले लड्डू की सबसे बड़ी खासियत है कि यह कई दिनों तक खराब नहीं
होता है।जिस वजह से इसे ज्यादा दिनों तक खाया जा सकता है। इसकी कीमत की बात करें
तो 10 रूपये से लेकर 25 रूपये के लड्डू आप खरीद सकते हैं।शायद ही कोई भक्त ऐसा
होगा जो अपने प्रसाद में इस खास लड्डू को शामिल ना करें।यहां आने वाले लोग इस खास
लड्डू को जरुर खरीदते हैं।
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खास
रसोई में बनते हैं खास लड्डू
तिरुपति
बालाजी में भगवान को चढ़ने वाले ये लड्डू एकदम ताजा होते हैं।यही वजह है कि
प्रतिदिन मंदिर के रसोई घर में तकरीबन तीन लाख लड्डू तैयार किये जाते हैं।जिस खास
रसोई में इस लड्डू को तैयार किया जाता है उस ख़ुफ़िया रसोई को 'पोटू' कहते हैं।जहां पर केवल मंदिर के पुजारी और कुछ खास लोग ही आ जा सकते
हैं। इस रसोई की सबसे खास बात यह है कि यहां साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखा जाता है।
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लड्डू
की होती है बेहद कड़ी सुरक्षा
तिरुपति
बालाजी मंदिर में मिलने वाले इस खास लड्डू को प्रसाद के तौर पर पाने के लिए श्रद्धालूओं
को एक कड़े सुरक्षा दायरे से होकर गुजरना पड़ता है। जिसमें सुरक्षा कोड और
बायोमेट्रिक विवरण जैसे, चेहरे को पहचानना वगैरह मौजूद होते हैं।
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आखिर
कैसे तैयार होते हैं ये लड्डू ?
बालाजी
मंदिर में तैयार होने वाले खास लड्डू की रेसिपी भी सबसे अलग होती है।इस खास लड्डू
को बनाने में बेसन, किशमिश, मक्खन, काजू और इलायची का इस्तेमाल किया जाता
है।तैयार लड्डू का वजन 174 ग्राम का होता है।एक और खास बात जो इस लड्डू की है वो
ये कि लोग इस लड्डू को घर पर भी बनाने की कोशिश करते हैं लेकिन स्वाद ऐसा नहीं हो
पाता है।यकिनन बालाजी मंदिर का ये विशेष प्रसाद लड्डू अद्भूत है।
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तिरुपति
बालाजी मंदिर की कमाई करोड़ों में
तिरुपति
बालाजी मंदिर की कुल संपत्ति तकरीबन 1.30 लाख करोड़ रूपये है।मंदिर में कुल 60,000
करोड़ का सोना, चांदी और अन्य रत्न हैं।साथ ही 8500
करोड़ रुपये की एफडी के साथ ही इन्वेस्टमेंट भी की गई है।सालाना कमाई की बात करें
तो 600 करोड़ रुपए से ज्यादा मंदिर की कमाई है।मंदिर में आने वाले चढ़ावे को
अनेकों प्रकार के धर्मार्थ कार्य में लगाया जाता है।
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सनातन
संस्कृति,धर्म-संस्कार,योग, स्वाध्याय के साथ ही समसामयिक जानकारी के लिए जरुर
पढ़ें संबोधन...और अपने विचार जरुर कमेंट बाक्स में लिखें।आपकी प्रतिक्रिया ही
मेरे लिए उपहार और सम्मान है।धर्मो रक्षति रक्षित:।।
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