Thursday 20 May 2021

COVID-19 के पॉज़ीटिव मरीज़ों में Black Fungal Infection|क्यों मरीज़ों को गंवानी पड़ रही हैं आंखें ? जाने

 


संदीप कुमार मिश्र- कोरोना की दूसरी लहर का बढ़ता प्रकोप।जान बच गयी तो गंवानी पड़ रही आँखें। ब्लैक फंगल संक्रमण का बढ़ रहा खतरा।  दरअसल हमारे देश में चल रही कोरोना वायरस की ख़तरनाक दूसरी लहर से लोग जूझ ही रहे थे कि अब ब्लैक फंगल संक्रमण का ख़तरा भी दस्तक देने लगा है ।क्योंकि कोविड-19 पॉज़ीटिव मरीज़ों में ब्लैक फंगल संक्रमण के मामले बड़ी तेजी से बढते नजर आ रहे हैं ।

ब्लैक फंगल कितना खतरनाक है इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि आंखों के सर्जन जो म्यूकोरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगल संक्रमण के मामलों का इलाज कर रहे हैं, उन्हें अपने मरीज़ों की जान बचाने के लिए उनकी आंखे निकालने जैसा मुश्किल फैसला करना पड़ रहा है। ज़्यादातर मामलों में एक आंख निकालना काफी होता है, लेकिन कई ऐसे मामले भी सामने आ रहे हैं जिसमें दोनो आँखे भी निकालनी पड़ रही है। डाक्टरों का कहना है कि ये संक्रमण तब और गंभीर बन जाता है, जब शुरुआती लक्षणों को नज़रअंदाज़ किया जाता है।

डाक्टरों का कहना है कि "यह इन्फेक्शन ज्यादातर डायबिटीज मरीजों और जिनकी इम्युनिटी कमज़ोर रहती है, उनमें हो रहा है। जब किसी डायबिटीज़ के मरीज़ को कोरोना होता है, तो उसे एक स्टेरॉइड दिया जाता है, जो इम्युनिटी को कमज़ोर करता है और शुगर लेवल को बढ़ाता है। इसमें वे लोग शामिल हैं जिन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हैं या वे जो स्टेरॉयड दवाएं लेते हैं।क्योंकि इससे कीटाणुओं और बीमारी से लड़ने की शरीर की क्षमता कम हो जाती है।

Black fungal infection के शुरुआती लक्षण

ऐसे में डाक्टरों का कहना है कि शुरुआती लक्षण  जैसे ही नजर आए जल्द से जल्द इलाज शुरू कर देना चाहिए।इसके लक्षणों की बात करें तो दांत में दर्द, आंखों में सूजन, साइनसाइटिस, लटकी हुई पलकें, दोहरी दृष्टि, आंखों की रोशनी कमज़ोर होना, चेहरे के एक तरफ दर्द होना, नाक की त्वचा का काला या गहरे रंग का होना, दांतों का ढीला होना और सीने में दर्द होना है। असहनीय दर्द मतलब पता ही नहीं चलता कि दर्द कहां हो रहा है। सीटी स्कैन के बाद भी पता ना चले कि दर्द कहां हो रहा है।यह मुख्य रूप से कोविड-19 से रिकवर हुए लोगों पर अटैक कर रहा है।

Black fungal infection covid-19 से ठीक होने के बाद ही क्यों होता है

दरअसल covid-19 patient को ऑक्सीजन की कमी होने पर जब ऑक्सीजन दी जाती है तो उस  ऑक्सीजन को हाइड्रेट करने के लिए उसमें पानी डाला जाता है और अगर यह पानी इनफेक्टेड होगा। जैसे- मटके का पानी, नदी का पानी, कुएं का पानी तो यह फंगल इन्फेक्शन नाक के थ्रू बॉडी मे enter हो जाता है और फिर ब्लड क्लॉट, पैरालिसिस जैसी गंभीर समस्या के रूप में सामने आता है।

Black fungal infection से बचने के लिए क्या करें

हाइजीन मेंटेन करें

कंस्ट्रक्टर में हमेशा RO का पानी ही use करें।

आरो के पानी को भी गर्म करके oxygen को हाइड्रेट करने के लिए यूज करें।

अगर diabetic patient हैं तो sugar लेवल हमेशा कंट्रोल में रखें।

बिल्कुल भी देरी ना करें और तुरंत अपने डॉक्टर से सलाह लें।



Black fungus खतरनाक क्यों है

यह एक बहुत ही रेयर लेकिन जानलेवा इंफेक्शन है।

डायबिटीज या मधुमेह के रोगियों को यह विशेष रूप से प्रभावित करता है।

Steroids और antibiotics  का अधिक उपयोग इस फंगल इंफेक्शन के लिए ट्रिगर का काम करता है, यानी इंफेक्शन को बढ़ा देता है।

ऐसे में दोस्तों इस फंगल इंफेक्शन से बहुत सावधान रहने की जरुरत है।इसके लक्षण जैसे ही नज़र आए वैसे ही डाक्टर से संपर्क करें ।

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