संदीप कुमार मिश्र: भक्ति भाव
और विभिन्न रंगों से भरा देश है भारत।जहां विश्व की सबसे ज्यादा भाषाएं बोली जाती
है,त्योहार मनाएं जाते हैं,कहते हैं भारत विश्व का एकमात्र ऐसा देश है जहां हर दिन
उत्सव मनाया जाता है।ऐसे में हमारे घर में सुख-शांति बनी रहे इसके लिये विशेष उपाय
भी किये जाते हैं। तंत्र-मंत्र, टोटकों
से लेकर अनेक उपायों को हम सुख शांति और संबृद्धि के लिए करते हैं।
दरअसल ऐसा ही महापर्व है होली।
जिसमें प्रेत बाधाओं से लेकर घर में सुख-समृद्धि लाने, संतान से लेकर दांपत्य जीवन को सुखद बनाने और मनोमकामनाओं
की पूर्ति की कामना की जाती है। आईए जानते हैं कुछ ऐसे ही सरल उपाय जिन्हें अपनाकर
आप भी अपनी बाधाओं से पार पा सकते हैं और अपने जीवन को रोग,शोक और क्लेश मुक्त बना
सकते हैं।
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Holi 2018: जानिए होलिका दहन का शुभ मुहूर्त और कब है होली
होलिका दहन देखना है लाभकारी
होली के एक दिन पहले होलिका
दहन होता है,जिसे हमें देखना जरुर चाहिए।कहते हैं कि इसके दर्शन से ही राहु-केतु, शनि दोष शांत हो जाते हैं।उपाय के तौर पर होलिका दहन के समय
गोमती चक्र को हाथ में लेकर 21 बार
मन में अपनी कामनाओं को दोहराते हुए उसे होलिका में डाल कर प्रणाम करना चाहिए।ऐसा
कहा जाता है कि इस प्रकार से संकल्प लेने और करने से जल्द ही आपकी मनोकामना पूर्ण
होती है।
होली की भस्म बनाए बिगड़े काम
जब होलिका दहन हो जाए और उसकी
अग्नि शांत और भस्म ठंडी हो जाये तो इस भस्म को हमें रख लेना चाहिये। दरअसल होली
की भस्म का यदि आप टीका लगाते हैं तो मान्यता है कि इससे नजर दोष व प्रेत बाधा से पास
नहीं फटकती है । वहीं यदि इस भस्म को चांदी की डिबिया में रखा जाये तो उससे भी
बाधाओं के दूर होती हैं।
होली की रात्री में करें उपाय
जिस दिन होली की पर्व मनाया
जाता है उसी दिन रात को कुछ उपाय आपके बना देंगे सभी बिगड़े काम। कार्यसिद्धि के
लिये रात्रि के समय एक काले कपड़े में काली हल्दी व खोपरे में बूरा भरकर इसकी एक
पोटली बना लें। साथ ही आठ गोमती चक्र भी अपने साथ लें। फिर इस पोटली को किसी पीपल
के पेड़ के नीचे गड्ढ़ा खोदकर दबा दें और इस पर आटे से बना एक दीपक व धूपबत्ती जला
देना चाहिए। साथ ही कोई मिष्ठान भी अर्पित कर दें तो और भी बेहतर । अब इस गोमती
चक्रों को पीपल के पेड़ पर रखें और वहां से लौट आयें।इस पूरे टोटके के दौरान ध्यान
रखें कि पीछे मुड़कर उन्हें नहीं देखना है।ततपश्चात् जब भी शुक्ल पक्ष का आरंभ हो
तो शुक्ल पक्ष के प्रथम शनिवार को उसी पीपल के वृक्ष के पास जायें और गोमती चक्रों
के साथ दीपक को अपने साथ ले आयें।
इसके बाद जब तक आपका कार्य
सिद्ध नहीं होता तब तक या तो गोमती चक्र अपनी जेब में रखें या किसी रोगी व्यक्ति
के सिरहाने रख दें ।ऐसे में आप देखेंगें कि जो भी कामना आपने सच्चे मन से की थी वो
अवश्य पूरी होती नजर आएगी।(ये सभी उपाय ज्योतिष और टोटकों पर आधारित है)
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