Monday, 18 December 2017

जानिए सोमवती अमावस्या का महत्व:अपनी राशि के अनुसार करें उपाय मिलेगा शुभ फल

संदीप कुमार मिश्र: जब अमावस्या सोमवार को पड़ती है तो उस दिन को सोमवती अमावस्या कहते हैं। सोमवती अमावस्या का हिन्दू धर्म में विशेष महत्त्व होता है। विवाहित स्त्रियों द्वारा इस दिन अपने पतियों के दीर्घायु कामना के लिए व्रत का विधान है।कहते हैं कि इस दिन मौन व्रत रहने से सहस्र गोदान का फल प्राप्त होता है।
हिन्दू धर्म शास्त्रों में इसे अश्वत्थ प्रदक्षिणा व्रत की भी संज्ञा दी गयी है। अश्वत्थ यानि पीपल वृक्ष। इस दिन विवाहित स्त्रियों द्वारा पीपल के वृक्ष की दूध, जल, पुष्प, अक्षत, चन्दन इत्यादि से पूजा और वृक्ष के चारों ओर १०८ बार धागा लपेट कर परिक्रमा करने का विधान होता है और कुछ अन्य परम्पराओं में भँवरी देने का भी विधान होता है।इस दिन पवित्र नदियों में स्नान का भी विशेष महत्व समझा जाता है।
दरअसल ऐसा कहा जाता है कि महाभारत में भीष्म ने युधिष्ठिर को इस दिन का महत्व समझाते हुए कहा था कि, इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने वाला मनुष्य समृद्ध, स्वस्थ्य और सभी दुखों से मुक्त होगा ऐसा भी माना जाता है कि स्नान करने से पितरों कि आत्माओं को शांति मिलती है।
सोमवती अमावस्या का महत्व
सोमवती अमावस्या स्नान, दान के लिए शुभ और सर्वश्रेष्ठ मानी जाती है। हमारे धर्म ग्रंथों में कहा गया है कि सोमवार को अमावस्या बड़े भाग्य से ही पड़ती है, पाण्डव पूरे जीवन तरसते रहे, परंतु उनके संपूर्ण जीवन में सोमवती अमावस्या नहीं आई।इस दिन गंगा, यमुनादि नदियों, मथुरा आदि तीर्थों में स्नान, गौदान, अन्नदान, ब्राह्मण भोजन, वस्त्र, स्वर्ण आदि दान का विशेष महत्त्व माना गया है। इस दिन गंगा स्नान का भी विशिष्ट महत्त्व है। सोमवार चंद्रमा का दिन हैं। इस दिन (प्रत्येक अमावस्या को) सूर्य तथा चंद्र एक सीध में स्थित रहते हैं। इसलिए यह पर्व विशेष पुण्य देने वाला होता है। सोमवार भगवान शिव जी का दिन माना जाता है और सोमवती अमावस्या तो पूर्णरूपेण शिव जी को समर्पित होती है।
 सोमवती अमावस्या की महिमा
हमारे धर्म शास्त्रों में पीपल के वृक्ष के संबंध में कहा जाता है कि पीपल में सभी देवों का वास होता है। अतः, सोमवती अमावस्या के दिन से शुरू करके जो व्यक्ति हर अमावस्या के दिन भँवरी देता है, उसके सुख और सौभग्य में वृद्धि होती है।
                 सोमवती अमावस्या पर अपनी राशि अनुसार करें ये उपाय

मेष राशि-मेष राशि के जातक अमावस्या के दिन घर में हवन करवाऐं और शिव की पूजा करें।
वृष राशि-वृष राशि के जातक अमावस्या के दिन किसी कुए में एक चम्मच दूध डालें, लाभ होगा।
मिथुन राशि-मिथुन राशि के जातक अमावस्या की रात एक पानी का नारियल लें और उसके पांच बराबर टुकड़े करके शिवजी को अर्पित करें।
कर्क राशि-अमावस्या की रात को कर्क राशि के जातक किसी मंदिर में जाकर अभिमंत्रित धागा लें और इसे पहन लें।
सिंह राशि-सिंह राशि के जातक अमावस्या के दिन किसी काले कुत्ते को तेल की रोटी खिलाएं, कष्टों का निवारण होगा।
कन्या राशि-कन्या राशि के जातक अमावस्या की रात को एक नींबू अपने सर से सात बार उतारकर, चार बराबर भागों में काट कर किसी चौराहे पर रख दें। नौकरी, व्यवसाय में लाभ होगा।
तुला राशि-तुला राशि के जातक अमावस्या के दिन मछलियों को आटे की गोलियां खिलाएं, कष्टों का निवारण होगा।
वृश्चिक राशि-वृश्चिक राशि के जातक अमावस्या की रात को बहते नदी के पानी में पांच लाल फूल और पांच जलते हुए दीए छोड़ें, धन लाभ होगा।
धनु राशि-धनु राशि के जातक अमावस्या की रात को मंदिर में एक घी का दीया जलाएं, लाभ मिलेगा।
मकर राशि-मकर राशि के जातक अमावस्या की रात को एक नींबू अपने सर से सात बार उतारकर, चार बराबर भागों में काट कर किसी चौराहे पर रख दें, नौकरी, व्यवसाय में लाभ होगा।
कुंभ राशि-कुंभ राशि के जातक अमावस्या के दिन किसी काले कुत्ते को तेल की रोटी खिलाएं, कष्टों का निवारण होगा।

मीन राशि-अमावस्या की रात को मीन राशि के जातक किसी मंदिर में जाकर अभिमंत्रित धागा लें और इसे पहन लें, लाभ होगा।

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