Monday, 22 January 2018

बसंत पंचमी पर करें माता सरस्वती की पूजा: कटु वाणी से मिलेगी मुक्ति,पढ़ाई में सफलता


संदीप कुमार मिश्र: सोमवार  दि॰ 22.01.18 को माघ शुक्ल पंचमी पर गुप्त नवरात्र के अंतर्गत वसंत पंचमी पर्व मनाया जाएगा। इस दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा का विधान है। इस दिन से वसंत ऋतु का आगमन मानते हैं जिसमें विष्णु व कामदेव का पूजन किया जाता है। पौराणिक मतानुसार ब्रह्मा ने अपने कमण्डल से जल छिड़क कर चतुर्भुजी सुंदर स्त्री को प्रकट किया था, जिसके हाथ में वीणा, वर मुद्रा, पुस्तक व माला थी। जिनकी वीणा के मधुरनाद से संसार के समस्त जीवों को वाणी प्राप्त हुई। तब ब्रह्मा ने उस देवी को वाणी की देवी सरस्वती कहा। सरस्वती को बागीश्वरी, शारदा, वीणावादनी व वाग्देवी के नामों से पूजा जाता है। ये विद्या व बुद्धि प्रदाता हैं। विष्णु-धर्मोत्तर पुराण में वाग्देवी को आभूषणों से युक्त चतुर्भुजी कहा है। स्कंद पुराण में सरस्वती जटा-जुटयुक्त, अर्धचन्द्र मस्तक पर धारण किए, कमलासन पर सुशोभित, नील ग्रीवा वाली त्रीनेत्री हैं। सरस्वती ने अपने चातुर्य से देवों को राक्षसराज कुंभकर्ण से बचाया था। संगीत की देवी सरस्वती का जन्मोत्सव वसंत पंचमी पर मनाया जाता है। वसंत पंचमी पर देवी सरस्वती के विशेष पूजन से कटु वाणी से मुक्ति मिलती है, अध्ययन में सफलता मिलती है व असाध्य कार्य पूरे होते हैं।

विशेष पूजन: घर की उत्तर दिशा में पीला वस्त्र बिछाकर सरस्वती का चित्र स्थापित पर उसका विधिवत पूजन करें। हल्दी मिले गौघृत का दीप करें, सुगंधित धूप करें, पीले कनेर के फूल चढ़ाएं, पीत चंदन से तिलक करें, बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। इस विशेष मंत्र को 108 बार जपें। इसके बाद भोग किसी गरीब को बांट दें।

विशेष मंत्र: ऐं सरस्वत्यै नमः॥
विशेष मुहूर्त: प्रातः 10:00 से प्रातः 11:00 तक।

आज का शुभाशुभ
आज का अभिजीत मुहूर्त: दिन 12:11 से दिन 12:53 तक।
आज का अमृत काल: प्रातः 03:08 से प्रातः 04:48 तक।
आज का राहु काल: प्रातः 08:36 से प्रातः 09:55 तक।
आज का गुलिक काल: दिन 13:51 से दिन 15:10 तक।
आज का यमगंड काल: प्रातः 11:14 से दिन 12:32 तक।

यात्रा मुहूर्त: आज दिशाशूल पूर्व व राहुकाल वास वायव्य में है। अतः पूर्व व वायव्य दिशा की यात्रा टालें।
आज का गुडलक कलर: सफ़ेद।
विशेष मंत्र: ॐ ऐन्द्रायै नमः॥
आज का शुभ समय : शाम 19:30 से रात 20:30 तक।

विद्यार्थी करें उपाय : अध्ययन में सफलता हेतु देवी सरस्वती पर चढ़ी हल्दी से पुस्तक पर "ऐं" लिखें।

टोटका: असाध्य कार्य पूरा करने हेतु देवी सरस्वती पर चढ़ा मोरपंख तिजोरी में छुपाकर रखें।(संकलन)
जय माँ सरस्वती 

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