धू-धू कर जलती गाड़ियां...धूंओं का उठता गुब्बार....हर तरफ हंगामें और शोर की
आवाजें...पत्थरों से पटी सड़कें....अनगिनत घायलों के चीख और कराह से भरे पड़े
अस्पताल....और मातम में बदलती अनगिनत परिवारों की खुशियां...घरों में कैद हो चुके
लोग...और भी ना जाने ऐसे कितने वाक्या... जिसे जितना कम जाने उतनी ही दिल की गती
सामान्य रहेगी....नहीं तो ना जाने कब जान से हाथ धो देना पड़े...कमजोर दिल के वो
लोग...या फिर जिन्होने अमन पसंद इस शहर को देखा है वो तो इसे कतई ना देखें....और
जो घरों में कैद हो गए हैं उनके बारे में तो यही कहेंगे कि हालात जब तक सामान्य ना
हो तब तक उनका कैद रहना ही बेहतर है...ये भयावह नजारे किसी खाड़ी देश के नहीं
है...ये देश की राजधानी दिल्ली है...जिसकी फिजाओं में फिलहाल अमन की पतंगो पर रोक
लगा दी गई है क्योंकि गोलियों का शोर जो बढ़ गया है....अब तो दिलवालों की दिल्ली
कहना बेमानी सा लगने लगा है...क्योंकि अब यहां खून ही खून का प्यासा बन बैठा है...
सियासत के हमारे शौकिन…यहां आरोप प्रत्यारोप लगाने में व्यस्त हैं...शौकिन इसलिए क्योंकि सियासत में
मुद्दों की कद्र होती है और मुद्दे केंद्रित होते हैं आवाम पर....लेकिन ना जाने
क्यूं हम भटक गए... आखिर यही तो वो दिल्ली तब भी थी जब हमें ना तो पूजा से कोई
आपत्ति थी और ना ही अजान से....ईद और दिवाली भी तो साथ साथ ही मिलकर मनाते थे....ना
जाने ऐसा क्या हो गया कि हम एक दूसरे के ही खून के प्यासे बन बैठे....
शायद कुछ लोग भ्रम पाल बैठे हैं कि हिंसा ही समस्या का समाधान है....अफसोस कि
वो समझ नहीं पा रहे हैं कि हिंसा तो पतन की ओर ले जाती है....और अहिंसा शांति का
मार्ग बनाती है...इसलिए अफवाहों से बचें और इंसानियत को तवज्जों देकर अमन शांति
कायम करने का प्रयास करें...
#SaveDelhi#StopViolance
In this fashion my friend Wesley Virgin's report launches with this SHOCKING and controversial video.
ReplyDeleteAs a matter of fact, Wesley was in the army-and soon after leaving-he found hidden, "SELF MIND CONTROL" secrets that the government and others used to get everything they want.
THESE are the exact same tactics tons of celebrities (notably those who "became famous out of nowhere") and elite business people used to become wealthy and successful.
You've heard that you use less than 10% of your brain.
That's really because most of your brainpower is UNCONSCIOUS.
Maybe that thought has even taken place INSIDE OF YOUR own head... as it did in my good friend Wesley Virgin's head about seven years ago, while riding an unregistered, garbage bucket of a car without a driver's license and $3.20 on his bank card.
"I'm absolutely frustrated with going through life check to check! Why can't I become successful?"
You took part in those types of conversations, right?
Your success story is going to be written. All you need is to believe in YOURSELF.
Take Action Now!