Saturday 3 November 2018

दीपावली 2018: जाने दीपावली कब है पूजा का शुभ मुहूर्त



संदीप कुमार मिश्र: 07 नवंबर 2018 दिन बुधवार को देशभर में बड़े ही धूमधाम से दिवाली का त्योहार मनाया जाएगा। आपको बता दें कि दीपावली का पूजन प्रदोष काल और स्थिर लग्न में होता है। वृष और सिंह स्थिर लग्न है और सिंह लग्न के समय अमावस्या का अभाव है। इस दिन स्वाति नछत्र सूर्योदय काल से लेकर 19.37 तक रहेगा और फिर विशाखा लग जायेगा।
हमारे ज्योतिष के विद्वानो का कहना है कि प्रदोष काल का समय गृहस्थ एवं व्यापारियों के लिए सर्वाधिक उपयुक्त है। प्रदोष काल का मतलब होता है दिन और रात्रि का संयोग काल।क्योंकि दिन भगवान विष्णु का प्रतीक है और रात्रि माता लक्ष्मी का प्रतीक है। धर्म सिंधु में कहा गया है कि प्रदोष काल अमावस्या निहित दीपावली पूजन को सबसे शुभ मुहूर्त है।
आईए जानते हैं दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त...
प्रदोष काल का समय-
सायं 17.27 से 20.05 तक। इस मुहूर्त में स्थिर लग्न वृषभ भी मिल रहा है। वृष और प्रदोष दोनों मिल जाने से ये दीपावली पूजन का सर्वोत्तम पूजा मुहूर्त है।
वृष लग्न
दीपावली पूजन स्थिर लग्न वृष में भी किया जाता है। खासकर व्ययसाय से जुड़े लोगों को अपने प्रतिष्ठान में इसी समय पूजन करवाना चाहिए। वृष लग्न 17.14 से 19.50 तक रहेगा।
निशीथ काल
निशीथ काल सायं 20.11 से 22.51 तक लगेगा। यह काल भी व्यापारी बंधुओं के लिए श्रेष्ठ है। इसमें 19.09 से 20.52 तक पूजन का विशेष शुभ मुहूर्त है।
महानिशीथ काल
23.14 से 24.06 तक। इसमें सिंह लग्न भी मिल जाएगा।
जानिए सबसे सर्वोत्तम और श्रेष्ठ मुहूर्त-
1. गृहस्थजन के लिए प्रदोष काल में पूजन सबसे बढ़िया है।
2. व्यापारी प्रदोष और वृष लग्न में दीपावली पूजन करें तो उत्तम फल मिलेगा।
3.विद्यार्थियों को प्रदोष काल में पूजन करना चाहिए।
4. आई टी, मीडिया, फ़िल्म, टी वी इंडस्ट्री, मैनेजमेंट और जॉब करने वाले शुक्र प्रधान लग्न वृष में पूजन करें तो उत्तम फल मिलेगा।
5 तांत्रिक महानिशीथ काल में पूजन करें।
6. राजनीतिज्ञ अमावस्या की रात्रि के महानिशीथ काल में तांत्रिक पूजन कर सकते हैं।
7. चौघड़िया मुहूर्त में भी किसी विशेष लाभ हेतु पूजा कर सकते हैं। 18.51 से 23.42 तक शुभ, चर की चौघड़िया तथा 23.56 से 28.33 तक लाभ की चौघड़िया रहेगी।



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